Saturday, June 12
Friday, June 11
हल्के कोविड-19 लक्षणों वाले बच्चों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जाए
यह जानकारी देते हुए आज यहाँ स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि 10 जून, 2021 तक राज्य में 197438 लोग कोरोना महामारी से प्रभावित हुए है जिनमें से अधिकतर मामले 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के है। उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर के आने से बच्चे अधिक प्रभावित हो सकते है जिसके दृष्टिगत राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चों में पाए जाने वाले उन्होंने कहा कि मध्यम व गंभीर मामलों में सांस लेने में कठिनाई, आॅक्सीजन के स्तर का 94 प्रतिशत से कम होना भी शामिल है। प्रवक्ता ने कहा कि 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए 6 मिनट वाॅक टेस्ट माता-पिता व अभिभावकों की देखरेख में हाइपोक्सिक लक्षणों को उजागर करने के लिए किया जाना चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में कोविड-19 के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार बच्चों में कोविड के मामलों के नैदानिक प्रबंधन के लिए केाविड के सभी मामलों को 4 श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के उपचार में रेमडेसिविर दवा का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इसका उपयोग केवल आपातकालीन स्थिति में ही प्राधिकृत अधिकारी की स्वीकृति के बाद ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्टेराॅयड का उपयोग नहीं बताया गया है और कोविड-19 के हल्के लक्षणों व बिना लक्षणों वाले मामलों में हानिकारक हैं। इस आयु वर्ग में स्टेराॅयड का उपयोग मध्यम व गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मामलों में सही समय पर, उचित खुराक में और सही अवधि के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर ही किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिना लक्षणों वाले संदिग्ध मामलों और गले में खराश, नाक बहने और कोविड-19 के हल्के लक्षणों वाले व अन्य मामले जिनमें सांस लेने में कठिनाई न हो, की होम आइसोलेशन में देखभाल की जानी चाहिए। ऐसे बच्चों के लिए आवश्यकता होने पर टेली-परामर्श सेवाओं का उपयोग किया जाना चाहिए। ऐसे बच्चों को हाइड्रेशन और पौष्टिक आहार के रूप में खाने के लिए तरल पदार्थ दिए जाने चाहिए। परिवार में बच्चों और व्यस्कों को कोविड अनुरूप व्यवहार का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड प्रभावित बच्चों से परिवार के सदस्यों को फोन, वीडियो काॅल आदि के माध्यम से सकारात्मक बातचीत करनी चाहिए। मध्यम व गंभीर लक्षणों वाले बच्चों को तुरंत अस्पताल में स्थानांतरित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देशों के अनुसार 5 साल तक के बच्चों को मास्क नहीं पहनना चाहिए। 6 से 11 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चे माता-पिता, अभिभावकों की देखरेख में मास्क पहन सकते हैं। 12 साल व इससे अधिक उम्र के बच्चों को व्यस्कों की तरह ही मास्क पहनना चाहिए। उन्होंने आग्रह किया है कि माता-पिता व अभिभावक यह सुनिश्चित करें कि उनका बच्चा हाथों को स्वच्छ रखे और मास्क को हाथ लगाते समय हाथ नियमित रूप से साबुन और पानी या हैंड सैनिटाइजर से साफ करता रहे।
कोविड-19 पाॅजिटिव बच्चों के माता-पिता ब्लैक फंगस के लक्षणों से रहे सतर्क
कोविड-19 पाॅजिटिव बच्चों के माता-पिता ब्लैक फंगस के लक्षणों से रहे सतर्क
शिमला ,11जून (3आई न्यूज़ )कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चे प्रभावित हो सकते है।यह जानकारी देते हुए आज यहाँ स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस आयु वर्ग में कोविड-19 मामलों में वृद्धि से ब्लैक फंगस के मामले भी पाए जा सकते है, जिसके दृष्टिगत स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय भारत सरकार द्वारा बच्चों में ब्लैक फंगस के प्रबंधन संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बच्चे राइनो-सेरेब्रल म्यूकोर्मिकोसिस या गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल म्यूकोर्मिकोसिस से पीड़ित हो सकते है।
राइनो-सेरेब्रल म्यूकोर्मिकोसिस के लक्षणों में चेहरे का दर्द, साइनस का दर्द, पेरिआॅर्बिटल सूजन, पेरेस्थेसिया, आधे चेहरे पर सनसनी में कमी, दांतों का ढीला होना, दांतों और मसूड़ों में दर्द, तालु का पीला होना, सांस संबंधी समस्याएं, सीने में दर्द, सिरदर्द, चेतना में परिवर्तन और दौरा पड़ना आदि शमिल है।
उन्होंने कहा कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल म्यूकोर्मिकोसिस के लक्षणों में पेट की खराबी, बच्चे में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रक्तस्राव, लीवर की शिथिलता या अन्य कारणों के अभाव में सीरम लैक्टेट का लगातार बढ़ना।
उन्होंने कहा कि म्यूकोर्मिकोसिस का प्रबंधन शीघ्र होना चाहिए, इसलिए यदि माता-पिता या अभिभावक को उपरोक्त में से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो बच्चे को तुरंत अस्पताल लाया जाना चाहिए।
प्रदेश भर में लागू की गई शगुन योजनाः सरवीण चौधरी
प्रदेश भर में लागू की गई शगुन योजनाः सरवीण चौधरी
शिमला ,11जून (3आई न्यूज़ )हिमाचल प्रदेश की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने आज यहां कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महत्वकांक्षी योजना ‘शगुन’ पूरे प्रदेश में लागू कर दी गई है। इस योजना के अन्तर्गत विवाह अनुदान के रूप में 31000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस संबंध में आज यहां अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना के अनुसार यह योजना प्रदेश भर में प्रथम अप्रैल, 2021 से लागू मानी जाएगी।
शगुन योजना के तहत बीपीएल परिवार से संबंधित ऐसे माता-पिता या संरक्षक अथवा स्वयं लड़की यदि उसके माता-पिता जीवित नहीं हैं या लापता हैं, को शादी के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के तहत लड़की की आयु 18 वर्ष से अधिक और वह हिमाचल प्रदेश की स्थायी निवासी होनी चाहिए। यदि लड़की का विवाह ऐसे लड़के से होता है, जो हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी नहीं है तब भी वह विवाह अनुदान के लिए पात्र होगी।
योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए लड़की के माता-पिता या अभिभावकों द्वारा या बेसहारा होने की स्थिति में लड़की द्वारा स्वयं संबंधित बाल परियोजना अधिकारी, प्रभारी नारी सेवा सदन अथवा बालिका आश्रम के अधीक्षक को निर्धारित प्रपत्र पर आवेदन करना होगा। ये अधिकारी आवेदन का सत्यापन करेंगे। संबंधित जिला के कार्यक्रम अधिकारी विवाह अनुदान स्वीकृत करने के लिए सक्षम अधिकारी होंगे।
शगुन योजना के तहत यह प्रावधान किया गया है कि शादी की प्रस्तावित तारीख से दो महीने पहले राशि का भुगतान किया जा सकता है। यदि विवाह पहले ही हो चुका है तो विवाह के छः महीने के भीतर भी आवेदक अनुदान राशि के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि आवेदक शादी के छः माह के बाद आवेदन करता है तो आवेदन को स्वीकार नहीं किया जाएगा। अनुदान राशि संबंधित आवेदक के बैंक खाते में स्थानान्तरित की जाएगी।
5जी और कोरोना महामारी के बीच कोई संबंध नहीं
शिमला ,11जून (3आई न्यूज़ )5जी तकनीक को कोविड-19 महामारी से जोड़ने वाले दावे झूठे हैं और इनका कोई वैज्ञानिक प्रमाण या तथ्य नहीं है, जिससे यह पता चलता हो कि 5जी और कोरोना महामारी के बीच कोई संबंध है और इसका कोई हानिकारक प्रभाव है।
यह जानकारी देते हुए आज यहाँ सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि भारत में अभी कहीं भी 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग शुरू नहीं हुई है। इसलिए, भारत में 5जी टेस्टिंग या नेटवर्क के कारण कोरोना वायरस होने के दावों का कोई आधार नहीं है।
हिमाचल टीकाकरण
हिमाचल में 18-44 आयु वर्ग का 14 और 17 जून को होगा टीकाकरण
शिमला ,11 जून(3आईन्यूज़)हिमाचल प्रदेश में 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण की तिथि निर्धारित की गई है।
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कल यहां बताया कि राज्य में कोविड-19 के लिए 14 और 17 जून, 2021 को इस आयु वर्ग का टीकाकरण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वैक्सिनेशन सत्र की जानकारी टीकाकरण तिथि से दो दिन पूर्व दोपहर 2ः30 से 3ः00 बजे तक कोविन पोर्टल पर प्रदर्शित की जाएगी। 14 जून, 2021 को आयोजित होने वाले टीकाकरण के लिए 12 जून, 2021 और 17 जून, 2021 को आयोजित होने वाल टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर 15 जून, 2021 को जानकारी प्रदर्शित की जाएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि पूरे राज्य में 14 जून, 2021 के लिए 266 टीकाकरण सत्र जबकि 17 जून, 2021 के लिए 261 टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। विशेषकर 17 जून, 2021 को आयोजित होने वाला सत्र निर्धारित कोविड टीकाकरण केन्द्रों में वैक्सीन समाप्त हाने तक जारी रहेगा।
उन्होंने 18-44 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण के इच्छुक लोगों (प्राथमिकता समूह के अतिरिक्त) से कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु ऐप पर पंजीकरण के उपरान्त आॅनलाइन अप्वांइटमेंट बुक करवाने का आग्रह किया।
Thursday, June 10
निजी कोविड टीकाकरण केन्द्रों के लिए वैक्सीन के मूल्य निर्धारित
शिमला ,10 जून(3आईन्यूज़)हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया के राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के क्रियान्वन के लिए 8 जून, 2021 को जारी संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार निजी अस्पतालों के लिए वैक्सीन निर्माताओं द्वारा मूल्य अग्रिम में ही निर्धारित कर दिए गए है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के परिवर्तन को पूर्व में ही अधिसूचित किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि निजी अस्पताल बतौर सेवा शुल्क अधिकतम 150 रुपये प्रति खुराक ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि निर्माताओं द्वारा वर्तमान में निजी अस्पतालों के लिए कोविशील्ड का अधिकतम मूल्य 780 रुपये, कोवैक्सीन का 1410 रुपये और स्पूतनिक वी का 1145 रुपये प्रति खुराक निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न निजी टीकाकरण केन्द्र अधिकतम मूल्य से अधिक शुल्क वसूल न कर सकें, इसके लिए कोविन पोर्टल आवश्यक प्रमाणीकरण सुनिश्चित कर रहा है। राज्य सरकार निजी टीकाकरण केन्द्रों द्वारा लोगों से लिए जाने वाले मूल्यों की निरन्तर निगरानी करेगी और दिशा-निर्देशों का पालन न करने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आर.डी. धीमान ने आज प्रदेश पावर ट्रांसमिशन काॅरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों की ओर से प्रदेश कोविड-19 सोलिडेरिटी रिस्पांस फंड के लिए 7,51,704 रुपये को चैक भेंट किया।
आर.डी. धीमान ने आज प्रदेश पावर ट्रांसमिशन काॅरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों की ओर से प्रदेश कोविड-19 सोलिडेरिटी रिस्पांस फंड के लिए 7,51,704 रुपये को चैक भेंट किया।
शिमला ,10 जून(3आईन्यूज़)हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को अतिरिक्त मुख्य सचिव बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा आर.डी. धीमान ने आज प्रदेश पावर ट्रांसमिशन काॅरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों की ओर से प्रदेश कोविड-19 सोलिडेरिटी रिस्पांस फंड के लिए 7,51,704 रुपये को चैक भेंट किया।
श्री ठाकुर ने इसके लिए काॅरपोरेशन के कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह अंशदान आवश्यकता के समय में गरीबों व जरूरतमंदों की सहायता में सहायक सिद्ध होगा।
हिमाचल प्रदेश पावर ट्रांसमिशन काॅरपोरेशन लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक आर.एस. जालटा, परियोजना निदेशक अरूण गोयल, निदेशक योजना एवं निविदा राजीव सूद और डी.जी.एम. वित्त अनिल सत्ती भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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संजय अग्रवाल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 2.51 लाख रुपये का चेक भेंट किया।
संजय अग्रवाल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 2.51 लाख रुपये का चेक भेंट किया।
जय राम ठाकुर ने ओक ओवर की नव गृह वाटिका में पौध रोपण किया
जय राम ठाकुर ने ओक ओवर की नव गृह वाटिका में पौध रोपण किया
शिमला ,10 जून(3आईन्यूज़)हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां ओक ओवर की नव गृह वाटिका में बुटिया फ्रोंडोसा कोएनेक्स (पलाश), अकेशिया केचु (खैर), अचिरांथस एस्पेरा (अपामार्ग), फिकस रिलिजिओसा (पीपल), फिकस ग्लोमेराटा (गुलर), प्रोसोपिस स्पाइसीगेरा (शम्मी), साइनोडोन डैक्टाइलान (दूब), सैकरम सिलैंड्रिकस (कुश) और कैलोट्रोपिस प्रोसेरा (मद्दर) के पौधे रोपित किए।इस अवसर पर राज्य रेडक्रास अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी डाॅ. साधना ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल और प्रधान मुख्य अरण्यपाल डाॅ. सविता भी इस अवसर पर उपस्थित थी।
जय राम ठाकुर ने एमएसपी बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया
गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर जारी
Wednesday, June 9
#गग्गल_में_एक_युवक_ने_भाई -भाभी को मारी गोली