Wednesday, June 23
खन्ना में सडक किनारे खडे सरिया से लदे ट्राले में घुसी बस, 3 मरे
सुंदरनगर में नौजवान की आत्महत्या
शाहपुर में बेटे ने कुल्हाड़ी से की पिता की हत्या
Tuesday, June 22
हिमाचल में कोरोना पाॅजिटिविटी दर में गिरावट
दिव्य हिमाचल समूह ने मुख्यमंत्री कोविड फंड के लिए एक लाख रुपये
Monday, June 21
20 करोड़ से बनेगा थुरल अस्पताल: परमार
नवंबर तक 18 से ऊपर आयु के सभी लोगों के टीकाकरण की संभावना : परमार
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 प्रतिरक्षा टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया
श्री ठाकुर ने इस अवसर पर इलैक्ट्राॅनिक मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक वैक्सीन की 27.45 लाख खुराकें लगाई जा चुकी है और प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खुराकें उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के इस विशेष अभियान के अन्तर्गत 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को प्रतिदिन लगभग एक लाख खुराकें लगाई जाएंगी। तीन दिवसीय इस विशेष अभियान के दौरान इस आयु वर्ग के लगभग तीन लाख लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।
लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिले के पांगी क्षेत्र और शिमला जिला के दुर्गम क्षेत्र डोडरा-क्वार में शत-प्रतिशत जनसंख्या को कवर करने के लिए प्रतिदिन टीकाकरण सत्र आयोजित करके आॅन-स्पाॅट सत्रों के माध्यम से 25 जून, 2021 तक वैक्सीन की कम से कम पहली खुराक लगाई जाएगी, जिसके लिए यदि आवश्यक हुआ तो रविवार और अन्य छुट्टियों के दिन भी आॅन-स्पाॅट टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए पंजीकरण की शर्त में छूट देने का भी निर्णय लिया है, लेकिन यह प्रक्रिया शहरी क्षेत्रों में लागू रहेगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को मौके पर ही टीकाकरण के लिए अपना पंजीकरण करवाने की सुविधा मिलेगी।
Sunday, June 20
राज्यपाल ने किया डाॅ. अविनाश राय खन्ना की पुस्तक का विमोचन
शिमला , 20 जून (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कल आज राजभवन में राष्ट्रीय रेड क्राॅस सोसायटी के उपाध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी के राज्य प्रभारी डाॅ. अविनाश राय खन्ना द्वारा लिखित ‘माई एक्सपीरियंस डयूरिंग कोविड-19’ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पुस्तक में लेखक के कोविड काल के दौरान के अनुभवों और विभिन्न दैनिक समाचार पत्रों में लेखों के बारे में विवरण दिया है। उन्होंने पुस्तक में कोरोना योद्धाओं के प्रति सम्मान, कोविड महामारी से संघर्ष के प्रेरणादायक विचारों, अनुभवों व संवेदनशील समाधानों के साथ सांझा किया है। उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विश्व स्तर के कोरोना योद्धा और महामारी से लड़ने वाले एक योग्य नेता के रूप स्वीकार किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा उनके नेतृत्व में कोरोना महामारी से निपटने के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं। पुस्तक में उन्होंने कोविड-19 से उबरने के अपने अनुभवों को भी सांझा किया।
डाॅ. अविनाश राय खन्ना पंजाब मानवाधिकार आयोग के सदस्य और राज्य सभा व लोक सभा के सांसद रह चुके हैं।
पर्वतारोही अमित कुमार नेगी ने की मुख्यमंत्री से भेंट
शिमला , 20 जून (3आईन्यूज) माउंट एवरेस्ट पर्वतारोही अमित कुमार नेगी ने शनिवार यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से भेंट कर एवरेस्ट अभियान के अनुभव उनसे सांझा किए।
श्री ठाकुर ने अमित कुमार नेगी की सराहना करते हुए कहा कि यह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव का विषय है कि प्रदेश के युवा इस प्रकार की कठिन चुनौतियों का सामना करने के लिए निडर होकर आगे बढ़ रहे हैं और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।
अमित कुमार नेगी राज्य के जिला किन्नौर से सम्बन्ध रखते हैं और मई, 2021 में उन्होंने आईएमएफ माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की है। इससे पूर्व, उन्होंने एनसीसी से 30 मई से 6 जुलाई, 2012 के दौरान दियो-टिब्बा प्री-एवरेस्ट एक्सपीडिशन भी किया है। उन्हांेने माउंट त्रिशूल पर चढ़ाई करने के अलावा इस वर्ष 7 से 26 जनवरी के बीच एलपाइन क्लाइम्बिंग कैंप में भी भाग लिया।
शिमला बाईपास फोरलेन परियोजना के प्रस्तावित संरेखण पर मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुति
कैथलीघाट से ढली सेक्शन तक पांच सुरंगों की आवश्यकता है। इस फोरलेन परियोजना में भट्टाकुफर से ढली के लिए वर्तमान में प्रस्तावित ट्विन टनल/वायोडक्ट्स शहरी क्षेत्र को पूरी तरह बाईपास करेगी और इससे वन क्षेत्र तथा ढांचे कम से कम प्रभावित होंगे।
इस अवसर पर श्री ठाकुर ने कहा कि इस प्रस्तावित फोरलेन बाईपास से क्षेत्र के निवासियों की जिन्दगी में नगण्य प्रभाव होना चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि संजौली बाईपास और शहर की सड़कों से सम्पर्क के लिए प्रस्तावित ट्विन टनल से शिमला नगर के लोगों को बेहतर सम्पर्क सुविधा मिलेगी । उन्होंने कहा कि सुरंगों के निर्माण से बड़ी मात्रा में मलबा निकलता है, इसलिए भूमि के बेहतर उपयोग के लिए डंपिंग स्थलों पर स्टेडियम जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को इन परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करने के निर्देश दिए ताकि लोग शीघ्र इनसे लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने कहा कि ढल्ली सुरंग 175 वर्ष से अधिक पुरानी है और इसकी डिजाइन की अवधि समाप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ऊपरी शिमला क्षेत्र, मंडी, कुल्लू और किन्नौर जिलों को जोड़ने के कारण यह सुरंग एक महत्वपूण है। सरकार ने इस सुरंग के साथ समानांतर सुरंग बनाने का निर्णय लिया है ताकि वाहनों का सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि 55 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इस टू लेन सुरंग का निर्माण किया जाएगा और अगले साल अगस्त माह तक इसका कार्य पूरा हो जाएगा।