Tuesday, June 29

कांगड़ा जिला में 56 प्रतिशत लोगों को मिली पहली डोज


 काँगड़ा , 29 जून( (3आईन्यूज)  हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में 56 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है,जिला में 18 वर्ष से उपर के 12 लाख 13 हजार 533 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें से 6 लाख 85 हजार 170 को कोविड वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है।

यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिला में सभी नागरिकों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को कांगड़ा जिला में 18-44 आयुवर्ग के 41712 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है। इस के लिए जिला में 191 टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए थे।

   उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा शिक्षकों तथा आयुर्वेदिक कर्मचारियों की सेवाएं भी लेने के निर्देश दिए गए हैं इस के साथ ही टीकाकरण केंद्रों के लिए खुली जगह भी उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि सामाजिक दूरी की अनुपालना भी सुनिश्चित की जा सके।

      उन्होंने कहा कि सभी लोगों को टीकाकरण की सुविधा मिले इस के लिए भी कारगर कदम उठाए गए हैं तथा जिला स्तर पर भी टीकाकरण अभियान की सुचारू मानिटरिंग सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर लोगों को बिना स्टाल बुकिंग के भी टीकाकरण की व्यवस्था की गई है ताकि किसी को भी टीकाकरण अभियान में भाग लेने की दिक्कत नहीं आए।

    उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग के लिए वीरवार, शुक्रवार तथा शनिवार का दिन टीकाकरण के लिए तय किया गया है। रविवार के दिन टीकाकरण सत्र नहीं होगा जबकि अन्य छुट्टियों के दिन टीकाकरण अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान के तहत लोगों को भी डोज लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है इस के लिए पंचायत स्तर पर कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स भी गठित की गई है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कोविड से निपटने के लिए सरकार तथा प्रशासन कारगर कदम उठा रहा है तथा इसमें आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है।

पहली जुलाई से दर्शानों के लिए खुलेंगे चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट

ऊना ,29 जून (3आईन्यूज))- कोरोना वैश्विक महामारी के बीच बंद पड़े मां चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट 1 जुलाई से खुलने जा रहे है।  

यह आदेश जारी करते हुए जिलाधीश राघव शर्मा ने बताया कि मंदिर प्रात: 7 बजे से सांय 8 बजे तक   खुला रहेगा। जबकि हवन, यज्ञ, भजन मंडली, भंडारा, लंगर मंदिर परिसर, धर्मशाला व सडक़ के किनारे लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। इसक अतिरिक्त स्थिति के अनुसार मंदिर अधिकारी समय सीमा में परिवर्तन कर सकते हैं। सभी श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची लेने के साथ-साथ कोविड-19 की स्क्रीनिंग भी करवानी होगी। एडीबी सदन को श्रद्धालुओं के इस्तेमाल के लिए खुला रहेगा। 

  चिंतपूर्णी क्षेत्र में भजन, कीर्तन, सतसंग, भागवत या अन्य धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा। मंदिर परिसर में भीड़ ना हो इसके लिए मंदिर सहायक आयुक्त दर्शन पर्ची जारी करना रोक सकेगा। चिंतपूर्णी क्षेत्र में अस्थाई दुकानें नहीं खुल सकेगी तथा केवल सुखा प्रसाद ही चढ़ाया जा सकेगा। श्रद्धालुओं को मंदिर में बैठने, खडे होने तथा इंतजार करने की अनुमति नही होगी। चिकित्सीय परीक्षण के बाद केवल एसिम्टोमैटिक श्रद्धालु ही मंदिर परिसर में जा सकेंगे, जबकि फ्लू जैसे लक्षणों वाले श्रद्धालुओं को अस्पताल में आइसोलेट किया जाएगा और उनकी कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही मंदिर के अंदर जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा भी श्रद्धालुओं को कोविड प्रोटोकॉल को मानना होगा तथा सामाजिक दूरी, मास्क का प्रयोग एवं हाथों को सेनिटाइज करना आवश्यक होगा।   

  श्रद्धालुओं को माता चिंतपूर्णी के दर्शानार्थ जाते समय पंक्ति में हर समय 6 फीट की सामाजिक दूरी बनाए रखनी होगी। आंगतुकों को मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पूर्व हाथ और पैर साबुन से धोने होंगे। इसके लिए जगदंबा ढाबा, मंगत राम की दुकान के समीप व पुराना बस अड्डा के पास व्यवस्था की गई है।

मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं का मूर्तियों, धार्मिक किताबों, घंटियों इत्यादि को छूना वर्जित रहेगा।  

   पुजारी श्रद्धालुओं को न तो प्रसाद वितरित करेंगे और न ही मौली बांधेंगे।   गर्भगृह में एक समय पर केवल दो पुजारियों को ही बैठने की अनुमति रहेगी।

 जिला उपयुक्त ने कहा कि दुकानदार व होटल मालिकों को सुनिश्चित करना होगा कि उनके स्टाफ और आगंतुकों द्वारा फेस कवर का प्रयोग, हाथों को धोना सामाजिक दूरी जैसी हिदायतों की अनुपालना हो रही है। निर्धारित सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए फर्श पर निशान बनाने होंगे और कोई भी दुकानदार दुकान से बाहर विक्रय सामाग्री नहीं रखेगा। उल्लंघन करने वाले की दुकान तीन दिन के लिए बंद कर दी जाएगी।

 

पंजाब के लोगों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी ,केजरीवाल

चंडीगढ़ , 29 जून (3आईन्यूज)आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज यहाँ चंडीगढ़ दौरे पर मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा किअगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव  मेंअगर  उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है पंजाब के लोगों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी । 

उन्होंने अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि  यह केजरीवाल की गारंटी है, कैप्टन के वादे नहीं। उन्होंने कहा कि आप सरकार सत्ता में आने पर हम मुफ्त बिजली सुनिश्चित करेंगे और घरेलू आपूर्ति श्रेणी के उपभोक्ताओं के लंबित बिलों को माफ़ किया जायेगा । उन्होंने आगे कहा, मुझे विश्वास है कि ये घोषणा खासकर महिलाओं के लिए उपयोगी होगी  ।उन्होंने कहा कि बिजली मुफत देने में तीन से चार साल का समय लगेगा।

   श्री केजरीवाल ने कहा कि हमने छह साल में दिल्ली में ऐसा किया है जहां लोगों को मुफ्त बिजली मिलती है ।  उन्होंने कहा कि यह जादू ही हम कर सकते हैं  ।उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में पैसे की कोई कमी नहीं है, लेकिन  यहाँ नेक नीयत वाली सरकार का अभाव है।

 इस अवसर पर आप के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान, विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, पंजाब मामलों के प्रभारी व दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह  , सह प्रभारी राघव चड्ढा व पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह भी मौजूद थे।


ऊर्जा मंत्री ने 28 पीएसए संयंत्र प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रयासों को सराहा

शिमला ,  29 जून (3आईन्यूज)  हिमाचल प्रदेश  के बहु-उद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी  कहा है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कुल स्वीकृत पीएसए संयंत्रों में से दो संयंत्र सिरमौर जिला के लिए स्वीकृत किए हैं।


    श्री सुखराम ने पीएम केयर्स फंड के अन्तर्गत 28 पीएसए संयंत्र प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले में एक पीएसए संयंत्र डाॅ. यशवंत सिंह परमार आयुर्विज्ञान महाविद्यालय नाहन जबकि दूसरा नागरिक अस्पताल पांवटा साहिब के लिए स्वीकृत किया गया है। इन दोनों संयंत्रों की क्षमता 1000 लीटर प्रति मिनट होगी। इससे वर्तमान में कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौती के समय प्रदेशवासियों विशेषकर सिरमौर जिले के लोगों को बहुत सुविधा प्राप्त होगी।

   उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा प्रदेशवासियों की आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील रहे हैं और वर्तमान कोविड-19 के संकट में उन्होंने समय-समय पर केन्द्र सरकार के समक्ष प्रदेश हित के विभिन्न मुद्दों को उठाया है। यह प्रदेशवासियों की सेवा के लिए उनके समर्पण और ईमानदार प्रयासों से ही संभव हुआ है कि महामारी के इस दौर में केन्द्र ने राज्य को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई है।

    उन्होंने कहा कि प्रदेश में आक्सीजन क्षमता में वृद्धि के दृष्टिगत केन्द्र सरकार से 28 पीएसए संयंत्रों की मंजूरी एक बड़ी उपलब्धि है, जिसका श्रेय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के प्रयासों को जाता है।

 

 

 

 

 

जुलाई में आयोजित होगा मैगा पौधारोपण अभियानः बंडारू दत्तात्रेय

शिमला ,   29 जून (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश राज्य रेडक्राॅस सोसायटी के तत्वाधान में प्रदेश में इस वर्ष जुलाई माह के तीसरे सप्ताह में एक विशाल पौधरोपण अभियान आयोजित किया जाएगा जिसके अन्तर्गत लगभग एक लाख पौधे रोपित किए जाएंगे। 


   राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कल आज यहां एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दृष्टिगत लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति अधिक भावना पैदा हुई है जिसे साकार करने की आवश्यकता है। इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से आयोजित किए जाने चाहिए और पौधों की देखभाल के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इन अभियानों में विद्यार्थियों, महिला मण्डलों और गैर-सरकारी संगठनों को शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने वन विभाग को भविष्य में भी रेडक्राॅस और अन्य विभागों के समन्वय से इस प्रकार के आयोजन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने फल और औषधीय पौधों के पौधरोपण पर विशेष बल दिया।

   राज्य रेडक्राॅस अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्षा डाॅ. साधना ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण रेडक्राॅस कुछ समय से पौधरोपण जैसे अभियानों और रेडक्राॅस मेलों के आयोजन नहीं कर पाया है लेकिन इस महामारी के समाप्त होते ही इन गतिविधियों को विस्तृत रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान रेडक्राॅस ने जिला स्तर पर बेहतर काम किया है। उन्होंने अपील की है कि अधिक से अधिक लोगों को इस कार्य से जोड़ा जाए और उन्हें इस प्रकार की गतिविधियों से अवगत करवाया जाए। उन्होंने विशेष रूप से जमीनी स्तर के लोगों को पौधरोपण अभियान से जोड़ने का सुझाव दिया।

  

 

प्रदेश के लिए तीन पुल समर्पित करने पर ठाकुर ने राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया

शिमला ,  29 जून (3आईन्यूज) केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल  पूर्वी लद्दाख के कुन्गयाम से देश के आठ राज्यों में सीमा सड़क संगठन द्वारा निर्मित 63 पुलों का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया, जिनमें से तीन पुल हिमाचल प्रदेश में स्थित हैं।

     श्री राजनाथ ने इस अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए  देश के सीमावर्ती क्षेत्रों को सड़क सुविधा से जोड़ने में सीमा सड़क संगठन की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए बेहतर सड़क सम्पर्क सुविधा महत्त्वपूर्ण है।
   मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सीमावर्ती राज्यों में पुलों को समर्पित करने के लिए केन्द्रीय रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए समर्पित तीनों पुल महत्वपूर्ण हंै क्योंकि वे राज्य के दुर्गम क्षेत्रों को सम्पर्क सुविधा प्रदान करते हैं, जहां सेना और अर्धसैनिक बल तैनात हंै। उन्होंने कहा कि पवारी-पूह सड़क पर 4.27 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 40 मीटर लम्बा पांगी पुल वर्षभर सम्पर्क सुविधा प्रदान करेगा और सैनिकों का मनोबल बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
   उन्होंने कहा कि किरण खड्ड पर 5.55 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया गया है। यह पुल सम्पर्क सुविधा सुनिश्चित करने के साथ-साथ सैनिकों के लिए विभिन्न सामग्री की निर्बाध आपूर्ति करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि यह पुल क्षेत्र में कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ सामाजिक व आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूह-कौरिक सड़क पर 2.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 30 मीटर लम्बा टाइटन पुल सीमावर्ती क्षेत्र में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। यह सड़क भारत व चीन सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए जीवन रेखा का काम करती है।

 

 

 

अरविंद केजरीवाल का आज चंडीगढ़ दौरा

चंडीगढ़ , 29 जून (3आईन्यूज)आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज चंडीगढ़  पहुंचेंगे। 
   श्री केजरीवाल आज दोपहर चंडीगढ़ प्रैस क्लब में मीडिया को  संबोधित करेंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पंजाब एक नई सुबह के लिए तैयार हो रहा है, कुछ घंटों बाद मिलते हैं।
   श्री केजरीवाल मिशन पंजाब को लेकर दिल्ली की तर्ज
पर मुफ्त बिजली जैसा ऐलान कर सकते हैं। 

शिलाई में जीप के खाई में गिरने से 10 लोगों की मौत


शिमला, 29 जून (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश में सिरमौर जिला के शिलाई में कल एक जीप गहरी खाई में गिर गई जिसमें 10लोगों की मौत हो गई जबकि 3 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
  प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हादसा उस समय हुआ जब एक जीप बारातियों को लेकर चडेऊ से बकरास जा रही थी, रास्ते पशौग ओण  के  पास में चालक  ने  जीप अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। 
गंभीर रूप से दो घायलों को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया है। 
  पुलिस उपाधीक्षक  बीर बहादुर ने मामले की पुष्टि की है।  शवों  को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
   हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने की भी घोषणा की है।

Friday, June 25

जनरल एम.एम. नरवणे ने राज्यपाल से भेंट की

शिमला, 25जून(3 आईन्यूज) चीफ आफ आर्मी स्टाफ जनरल एम.एम. नरवणे ने अपने हिमाचल दौरे के दौरान आज राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट की। अपनी शिष्टाचार भेंट में उन्होंने सेना और हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

 चीफ आफ आर्मी स्टाफ के साथ बातचीत के दौरान राज्यपाल ने चीन से लगते प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी अधोसंरचना के विकास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सेना की सड़कों, हेलीपैड और अन्य अधोसंरचना के विकास में अहम भूमिका है। सीमा से लगते गांवों के युवा रोजगार के अवसरों की तलाश में शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं, जो चिंता का विषय है। हमें स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार और रोजगार की संभावनाओं का पता लगाना चाहिए।
 श्री दत्तात्रेय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के निचले क्षेत्रों के लगभग हर घर से युवा भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं और पूर्व सैनिकों की संख्या भी काफी अधिक है। उन्होंने सेना प्रमुख के समक्ष शिमला के वाॅकर अस्पताल का मुद्दा भी उठाया।
 जनरल नरवणे ने कहा कि वह पहले शिमला में आरट्रैक में सेवाएं प्रदान कर चुके हैं और हिमाचल को अपना पुराना घर मानते हैं तथा यहां आकर उन्हें हमेशा खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुश्मन की हर नापाक कोशिश का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि जहां तक चीन के साथ सीमा का सवाल है, इस विषय में बातचीत हो रही है और चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सेना पूरी तरह से सतर्क है और सीमा पर बड़े पैमाने पर पर्याप्त संख्या में सैनिक और मशीनरी तैनात की गई है।
 उन्होंने कहा कि सेना ने सीमावर्ती इलाकों में सड़कों के निर्माण के लिए आगामी 5 से 10 वर्षोें के लिए योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि इससे इन क्षेत्रों के विकास में सहायता मिलेगी और युवाओं का पलायन भी रुकेगा।
 जनरल नरवणे ने कहा कि युवाओं में सेना के प्रति काफी उत्साह है और बड़ी संख्या में युवा सेना में भर्ती होने के लिए तैयार हैं। देश के हर जिले को सेना में प्रतिनिधित्व प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र शिमला के वाकर अस्पताल को शुरू करने के प्रयास किये जाएंगे।
 उन्होंने कहा कि सेना ने कोरोना से संबंधित कड़े दिशा-निर्देशों का पालन किया, जिसके फलस्वरूप सीमा पर तैनात सेना के जवानों में कोरोना के मामले न के बराबर हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी की व्यापक स्तर पर जांच सुनिश्चित की गई और अवकाश पूरा होने के बाद आने वाले सैनिकों की दो बार जांच करवाई गई और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वह 14 दिनों की क्वारंटीन अवधि पूर्ण करें।

राज्यपाल ने जनजातीय क्षेत्रों में बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर बल दिया

 शिमला,25जून(3 आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 

 राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने जनजातीय क्षेत्रों में गुणात्मक शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में युवाओं के लिए रोजगार से संबंधित योजनाएं शुरू करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के उत्पादों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
 
राज्यपाल ने आज राजभवन में प्रदेश के जनजातीय जिलों के विभिन्न विषयों को लेकर जनजातीय विकास एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में चंबा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर के उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त काजा, आवासीय आयुक्त पांगी और एडीएम भरमौर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
 
बैठक में प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में सभी स्वीकृत मामलों में नौतोड़ भूमि के पट्टों के आवंटन एवं अनुवर्ती कार्यवाही, प्रवासी चरवाहों, चारागाहों, चोरी के मामलों और रास्ते के अधिकार से संबंधित समस्याओं सहित उनके समाधान पर भी चर्चा की गई।
 
इस अवसर पर राज्यपाल ने लाहौल-स्पीति जिले में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण किये जाने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा की जरूरतों पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में कम से कम जिला स्तर पर विशेषज्ञों की तैनाती की जाए ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को शिमला या अन्य जगहों की ओर न जाना पड़े। उन्होंने स्वास्थ्य ढांचे के सुधार और आधुनिकीकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी एजेंसियों की सेवाएं ली जा सकती हैं, जो तकनीक के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा दें।
 
जनजातीय विकास विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में विकास कार्यों के बारे में प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि वन संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत घणाहट्टी के निकट घरोग में जनजातीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण का मामला वन विभाग के पास लंबित है। उन्होंने अन्य विकास कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
 
प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) डाॅ. सविता शर्मा ने स्वीकृति के लिए लंबित भूमि आवंटन के लंबित मामलों की स्थिति के बारे में जानकारी दी।
 
निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. अमरजीत शर्मा ने जनजातीय क्षेत्रों में प्रदान की जा रही शैक्षणिक सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।
 
राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। अतिरिक्त आयुक्त जनजातीय विकास सी.पी. वर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
 
अतिरिक्त पीसीसीएफ राजेश इक्का भी बैठक में उपस्थित थे।
 
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, अतिरिक्त उपायुक्त चंबा मुकेश रेपस्वाल, उपमण्डलाधिकारी लाहौल राजेश भंडारी, आवासीय आयुक्त पांगी सुखदेव सिंह, एडीएम भरमौर पृथी पाल सिंह, एडीसी काजा ज्ञान सागर नेगी बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
 

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में जन समस्याएं सुनीं

कांगडा, 25जून(3 आईन्यूज)  हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला कांगड़ा के धर्मशाला में जन समस्याएं सुनीं।

   इससे पूर्व, धर्मशाला पहुंचने पर मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
 विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, वन मंत्री राकेश पठानिया तथा विधायक विशाल नेहरिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
 
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Wednesday, June 23

नीतिन गडकरी का कुल्लू आगमन ,ठाकुर ने किया स्वागत

कुल्लू ,23 जून(3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी का कुल्लू जिला के भुन्तर हवाई अड्डे में आगमन पर गर्मजोशी से स्वागत किया।
   केन्द्रीय मंत्री 24 जून को मनाली से वर्चुअल माध्यम द्वारा राज्य के लिए 6155 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
    शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, विधायक किशोरी लाल सागर, सुरेन्द्र शौरी, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, भाजपा की राज्य उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष भीमसेन, अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह एवं जे.सी. शर्मा, प्रधान सचिव लोक निर्माण शुभाशीष पाण्डा, उपायुक्त कुल्लू रिचा वर्मा और पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह इस अवसर पर उपस्थित थे।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने संत गुरू कबीर की जयंती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं

शिमला, 23 जून(3 आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने संत गुरू कबीर की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।

    अपने सन्देश में राज्यपाल ने कहा कि संत गुरू कबीर एक महान कवि थे जिन्होंने आध्यात्मिक मार्गदर्शन से आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया।

  मुख्यमंत्री ने अपने सन्देश में कहा कि 15वीं शताब्दी में महान संत, कवि व समाज सुधारक संत कबीर ने सभी धर्मों में ईश्वर के एक रूप होने का सन्देश दिया। उन्होंने  दोहे और भक्ति गीतों के माध्यम से कण-कण में विद्यमान परमपिता परमात्मा की महानता का बखान किया जो कि आज के सन्दर्भ में भी प्रासंगिक है।