अमरिंदर ने भारतीय आज़ादी के संघर्ष में भगत सिंह और दूसरे शहीदों के बहुमूल्य योगदान और साहसी भावना को याद करते हुये कहा कि नौजवानों को इन महान क्रांतिकारियों के उच्च विचारों पर चलना चाहिए।उन्होंने अंडेमान और निकोबार टापू की सेलुलर जेल के अपने दौरे को याद करते हुये कहा कि उस जेल में भारत को आज़ाद करवाने वाले अनेकों क्रांतिकारियों को बर्तानवी साम्राज्यवाद की तरफ से दी काले पानी की सजा के दौरान बहुत कष्ट बर्दाश्त करने पड़े।
शहीद भगत सिंह के समाधी स्थल पर श्रद्धांजलि भेंट करने के समय मुख्यमंत्री के साथ कुल हिंद कांग्रेस के जनरल सचिव और पंजाब मामलों के इंचार्ज हरीश रावत भी थे। इस मौके पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ और लोक सभा मैंबर परनीत कौर भी उपस्थित थे।पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने शहीद-ए-आज़म को श्रद्धांजलि भेंट करते हुये लोगों को इस धरती के बेटे महान शहीद के नक्शे-कदमों पर चलते हुए सीख लेने का न्योता दिया।
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