Wednesday, March 9

महिला सशक्तिकरण के बिना हम दीर्घकालिक आर्थिक विकास की कल्पना नहीं :ठाकुर

शिमला ,09मार्च ( 3आईन्यूज़ )हिमाचल प्रदेश के  मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के बिना हम दीर्घकालिक आर्थिक विकास की कल्पना नहीं कर सकते हैं और किसी भी राष्ट्र की सामाजिक उन्नति और आर्थिक विकास को आंकने के लिए लैंगिक समावेशन मुख्य कारक होता है।
   श्री ठाकुर ने  कल मण्डी जिला के जोगिन्द्रनगर में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि    2022-23 के बजट में महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही मुख्य योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा देती जैंडर बजट स्टेटमेंट अलग से प्रस्तुत की गई है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को बिना किसी आय सीमा के सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान करने का निर्णय लिया है। 
जय राम ठाकुर ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं और आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि सिलाई अध्यापिकाओं, मिड-डे-मील वर्कर, जलवाहक (शिक्षा विभाग), जल रक्षक, मल्टीपर्पज वर्कर, पैरा फिटर और पम्प ऑपरेटर के मानदेय में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकताओं को अब प्रतिमाह 9000 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6000 रुपये, आंगनबाड़ी सहायिका को 4600 रुपये, आशा वर्कर को 4700 रुपये, सिलाई अध्यापिका को 7850 रुपये, मिड-डे मील वर्कर को 3400 रुपये, शिक्षा विभाग में जल वाहक को 3800 रुपये और पैरा फिटर एवं पम्प ऑपरेटर को 5400 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। उन्होंने कहा कि दिहाड़ीदारों की दिहाड़ी में भी 50 रुपये बढ़ोतरी कर इसे 350 रुपये प्रतिदिन किया गया है। इससे प्रत्येक दिहाड़ीदार को प्रतिमाह 1500 रुपये की अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी।
  

No comments:

Post a Comment