Saturday, December 18

वीरेंद्र कंवर का काम दमदार, कुटलैहड़ में 163 करोड़ खर्च कर बिछा सड़कों का जाल

 ऊना, 18 दिसंबर(3 आईन्यूज) पिछले चार वर्षों में कुटलैहड़ विस क्षेत्र में सड़कों का बहुत बड़ा जाल बिछा है। जहां नई सड़कें बनाकर तैयार की गई हैं, वहीं पुरानी सड़कों को चौड़ा व बेहतर बनाने का कार्य भी किया गया है।
कुटलैहड़ में गत 4 साल में 163.66 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि सिर्फ और सिर्फ सड़क सुविधा के सुधार में लगाई गई है। एनएच, नाबार्ड तथा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनाओं से हर गांव तक सड़क पहुंची है, जिससे क्षेत्र के निवासियों को एक बहुत बड़ी सुविधा मिली है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कुटलैहड़ विस क्षेत्र के लिए पिछले चार वर्षो में 95.75 करोड़ रुपए की लागत की 11 सड़कें स्वीकृत हुई हैं, जिनमें से 10 का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। 
मुख्य रूप से ऊना-धमांदरी सड़क का 17.02 करोड़ रुपए से सुधार किया गया है। पिपलू-रछोह सड़क 12.42 करोड़ की लागत से बनकर तैयार है, साथ ही 11.90 करोड़ की लागत से बौल-मदनपुर-जोगीपंगा-लमलैहड़ी सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त 10.92 करोड़ की लागत से ऊना-बरेड़ा सड़क भी बनकर तैयार है। लोक निर्माण विभाग ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ही 7.64 करोड़ खर्च कर जोल-कृष्णा नगर सड़क, 2.40 करोड़ से रितसतरूखा सड़क, 5.48 करोड़ से हटली-खड़ोल सड़क, 9.57 करोड़ की लागत से हरोट तथा 5.08 करोड़ रुपए की लागत से कुरियाला झलेड़ा सड़क का सुधार किया गया है। इसके अलावा 8.58 करोड़ की लागत से बौल-तलेहड़ा-सनहाल सड़क तथा 4.69 करोड़ से ऊना टक्का से अप्पर कोटला कलां का सुधार किया जा रहा है। 
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता बंगाणा, शशि धीमान कहते हैं "विभाग क्षेत्र के निवासियों को बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है। बंगाणा डिवीजन के तहत 100 से अधिक की आबादी वाले सभी गांवों तक सड़क सुविधा पहुंचाई जा चुकी है। जहां सड़क की सुविधा अब तक नहीं है, वहां स्थानीय निवासी सहयोग करें तो विभाग उनके लिए भी सड़क का निर्माण करेगा। विभाग के पास सड़कों की मरम्मत और नई सड़कों के निर्माण के लिए धन की कोई कमी नहीं है।"
पीडब्ल्यूडी विभाग नाबार्ड से कुटलैहड़ को मिली 36.46 करोड़ रुपए की 6 सड़कें बनाने के लिए भी प्रत्यनशील है। इन प्रस्तावित 6 सड़कों में से 5 पर विभाग ने कार्य आरंभ कर दिया है, जबकि एक सड़क के लिए जल्द ही टैंडर कर दिए जाएंगे। 10.32 करोड़ रुपए की लागत से जोल-कैंथ सड़क, 8.98 करोड़ रुपए की लागत से वर्षा शालिका से गैहरा गांव सड़क, 4.51 करोड़ से हरिजन बस्ती बरनोह से डंगोली स्कूल सड़क, 4.58 करोड़ की लागत से भट्टियां वाया लोअर दोबड़ सड़क, 3.92 करोड़ से मलांगड़ वाया डुघर सड़क तथा 4.13 करोड़ रुपए से अप्पर थाना-कुट चतेहड़ सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त घंडावल से झलेड़ा सड़क तक सुधार कार्यों के लिए 1.05 करोड़ तथा लठियाणी से जलग्रां तक सुधार के लिए 26 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। कुटलैहड़ विस क्षेत्र में 11.18 करोड़ रुपए खर्च कर सड़कों का सृदृढ़ीकरण किया गया है, जिसके तहत सड़कों को पक्का किया गया, नालियां बनाई गई और मुरम्मत का कार्य किया गया है।
कुटलैहड़ के प्रवेश द्वार पीरनिगाह क्षेत्र से निकलने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग मदनपुर-बीहड़ू सड़क का सुधार 20.27 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। जबकि लठियाणी-मंदली पुल की अलाइनमेंट तय हो चुकी है। 

हमीरपुर शहर के कई क्षेत्रों में कल बंद रहेगी बिजली

हमीरपुर 18 दिसंबर(3आईन्यूज) विद्युत उपमंडल-2 हमीरपुर में लाईनों की आवश्यक मरम्मत के चलते 19 दिसंबर को  वार्ड नंबर-2, वार्ड नंबर-6, वार्ड नंबर-7, सोहारू कंप्लैक्स, गांधी चौक तथा इसके आस-पास के क्षेत्रों में सुबह 10 से सायं 4 बजे तक बिजली बंद रहेगी। 

सहायक अभियंता अश्वनी कुमार पुरी ने इस दौरान उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।


सतपाल सिंह सत्ती के नेतृत्व में ऊना विधानसभा क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने ठाकुर से भेंट की

 शिमला, 18 दिसंबर(3 आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के  मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से आज यहां छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती के नेतृत्व में ऊना विधानसभा क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को अपनी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।

 

प्रगति और प्रकृति के बीच तालमेल बनाकर ही जलवायु परिर्वतन की चुनौतियों से निपटा जा सकता है:ठाकुर

शिमला,  18 दिसंबर (3आईन्यूज )हिमाचल प्रदेश के 
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रगति और प्रकृति के  बीच सामंजस्य बनाकर ही जलवायु परिर्वतन से सम्बन्धित चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटा जा सकता है। यह बात मुख्यमंत्री ने आज यहां पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित सुदृढ़ हिमालय सुरक्षित भारत, जलवायु परिवर्तन सम्मेलन-2021 की अध्यक्षता करते हुए कही।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पारिस्थितिकी तंत्र पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए हमें जमीनी स्तर पर ठोस उपाय करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार सिंचाई सुविधाओं को मजबूत करने, कृषि उत्पादन बढ़ाने, सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार, आर्थिक सुरक्षा और ग्रामीण बुनियादी ढांचे जैसे पर्यावरणीय स्थिरता, जलवायु परिर्वतन अनुकुलन और दीर्घकालिक सामुदायिक सशक्तिकरण पर ध्यान केन्द्रित कर रही है।
   जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में सत्त विकास और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघलते हैं। वातावरण में कार्बनडाइआॅक्साइड के स्तर को कम करने के लिए प्रदेश सरकार हरित ईंधन जैसे जल विद्युत और सौर उर्जा के प्रयोग पर ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश जल विद्युत संसाधनों में बहुत समृद्ध है और भारत की कुल क्षमता का लगभग 25 प्रतिशत हिमाचल प्रदेश में है। राज्य की कुल जल विद्युत क्षमता में से अभी तक 10,519 मेगावाट का दोहन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए प्रदेश में शीघ्र ही राज्य स्वच्छ ईंधन नीति लाई जाएगी।
   जय राम ठाकुर ने कहा कि जलवायु परिर्वतन की समस्या से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। हमें सार्थक ग्लोबल वार्मिंग कानून का समर्थन करना होगा तथा बिजली संयंत्रों की ऊर्जा दक्षता में सुधार के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा स्रतों का उपयोग भी बढ़ाना होगा।
 इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आॅनलाइन माध्यम से डिजिटल जलवायु परिर्वतन सन्दर्भ केन्द्र का शिलान्यास भी किया। भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे. लीनेयर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण विश्व में कई तरह की प्राकृतिक आपदाएं आ रही हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सभी को प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने सम्मेलन के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि वैज्ञानिक इस मुददे पर गम्भीरता से विचार करेंगे।
 इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सीसी एवं डीआरआर पर नाॅलेज नेटवर्क के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर राज्य कार्य योजना भाग-2 और हिमाचल प्रदेश में सीएएफआरआई कार्यक्रम भी लाॅंच किया।
 स्टूडेंट एजुकेशनल एण्ड कल्चरल मूमेंट आॅफ लद्दाख के अध्यक्ष सोनम वांगचुक ने हिमाचल प्रदेश द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए गए महत्वाकांक्षी उपायों की सराहना की। उन्होंने जलवायु साक्षरता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आपदाओं को रोकने के लिए समय पर सार्थक कदम उठाए जाने चाहिए। शैक्षणिक शोध संस्थानों में स्थानीय क्षेत्रों से सम्बन्धित चुनौतियों का अध्ययन किया जाना चाहिए।
 राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के महानिदेशक कमल किशोर ने कहा कि हर क्षेत्र की आपदा प्रबन्धन योजना बनाई जानी चाहिए। उन्होंने सभी राज्यों में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के गठन की आवश्यकता पर बल दिया।
  वरिष्ठ सलाहकार विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार डाॅ. अखिलेश गुप्ता ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग विश्वभर में एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने बहु जोखिम चेतावनी प्रणाली तंत्र विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
 अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रबोध सक्सेना ने मुख्यमंत्री और सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और सम्मेलन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। 
निदेशक पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सुदेश कुमार मोकटा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
 

Friday, December 17

मंडी में कार नाले में गिरी, महिला की मौत

मंडी.17 दिसंबर(3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश में मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर मैगल के पास एक कल एक कार के बेकावू होकर नाले में गिरने से एक महिला की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य घायल हो गये। 
मृतका की पहचान द्रुमति देवी (55)के रूप में हुई है।
शव पोस्टमार्टम के लिए जोनल अस्पताल मंडी भेजा गया है। घायलों को जोनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
   पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बल्ह क्षेत्र के बुराहली गांव के लोग  कार से पधर गए थे और वापसी में कार नाले में जा गिरी, जिसमें  महिला की मौत हो गई जबकि उसका बेटा, बहू और पोता गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।








सिरमौर के शिलाई से दो लड़कियां लापता

 सिरमौर, 17 दिसंबर (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के गांंव देवलाह की  दो नाबालिग लड़कियां  संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार नौंवीं कक्षा की दोनों छात्रायें 13 दिसम्बर की सुबह दोनों अपने गांव से शिलाई के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रोनहाट गई थीं लेकिन जब शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनो़ ने स्कूल में पूछताछ की लेकिन पता चला कि दोनों छात्राएं सोमवार को स्कूल भी नहीं पहुंची ।परिजनों ने  रोनहाट पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई है। 
पांंवटा साहिब के पुलिस उपाधीक्षक वीर बहादुर ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि परिजनों कि शिकायत पर गमशुदगी का मामला दर्ज कर छात्राओं की तलाश शुरू कर दी है। 


 

दो कारों की टक्कर में चार लोगों की मौत

मोहाली, 17 दिसंबर (3आईन्यूज) पंजाब में  मोहाली के डेराबस्सी थाने के गांव जनेतपुर के पास डेराबस्सी राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल रात एक कार अनियंत्रित होकर विपरीत दिशा से आ रही कार से जा टकराई जिसमें एक बच्चे सहित चार लोगों की मौत हो गई जबकि  तीन अन्य घायल हो गये। 
    दुर्घटना में हरजीत कौर धामी (56), पुत्रवधू शरनजीत कौर धामी (33) और  अजैब सिंह 4 माह और गौरव पानीपत (हरियाणा) की मौत हो गई।घायलों को पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
 प्राप्त  जानकारी के घायल दविंदर सिंह धामी ने पुलिस को बताया कि वह अपने परिवार सहित फरीदाबाद से मोहाली लौट रहा था रास्ते में  चंडीगढ़ की ओर से आ रही कार डिवाइडर तोडक़र उनकी कार से टकराई ।
 डेराबस्सी पुलिस ने दुर्घटना स्थल से फरार  कार चालक हितीक भल्ला पानीपत  के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कारवाई शुरू कर दी है।
      
      

Thursday, December 16

ठाकुर ने प्राकृतिक खेती विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया

शिमला,16 दिसंबर (3आईन्यूज)   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के सरदार पटेल सभागार, अमूल, आन्नद में प्राकृतिक खेती विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भी शिमला से इस सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। 
 प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर किसानों का आहवान किया कि वे अपनी कृषि पैदावार को बढ़ाने तथा अपनी आय को दोगुना करने के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाएं। उन्होंने कहा कि यद्यपि देश की हरितक्रान्ति में उर्वरकों की महत्वपूर्ण भूमिका को नकारा नहीं जा सकता, परन्तु कीटनाशकों तथा आयातीत उर्वरकों से स्वास्थ्य को हो रहे नुकसान एवं बढ़ती लागत के लिए यह अनिर्वाय है कि किसान कोई वैकल्पिक तकनीक अपनाए।
 इसके उपरान्त, पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत से मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में अपने पहले ही बजट में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना आरम्भ की तथा इस योजना के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गत लगभग चार वर्षों में प्रदेश में लगभग  1.54 लाख किसान परिवारों ने 9200 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती को अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष इस योजना के तहत 1.50 लाख किसानों को जोड़कर 12000 हेक्टेयर भूमि को प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत लाने का लक्ष्य रखा गया है।
 जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती की आधार भारतीय नस्ल की गाय की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान, अधिकतम 25000 तक तथा पांच हजार रुपये यातायात शुल्क के तौर पर दे रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अन्तर्गत विगत साढ़े तीन वर्षों में लगभग 46.18 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।  
 

मुख्यमंत्री ने सीसीटीएनएस के कार्यान्वयन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर पुलिस महानिदेशक और उनकी टीम को बधाई दी

शिमला, 16 दिसंबर (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के    मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क एवं सिस्टम (सीसीटीएनएस) के कार्यान्वयन में देश के पहाड़ी राज्यों में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और उनकी टीम को बधाई दी है। राष्ट्रीय अपराध रिकाॅर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी), नई दिल्ली में आज आॅनलाइन प्लेटफाॅर्म के माध्यम से गुड प्रेक्टिसिज इन क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस) और इंटरआॅपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) विषय पर सम्मेलन का आयोजन किया गया। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर सीसीटीएनएस के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश पुलिस के शानदार प्रदर्शन से इस तकनीक का दैनिक कार्यों में और अधिक कुशलता से प्रयोग करने के लिए पुलिस का मनोबल बढ़ेगा।  
 यह पहाड़ी राज्यों के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है और दस पहाड़ी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए हिमाचल प्रदेश को लगातार दूसरे वर्ष इस उपलब्धि से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार को तय करने के लिए हार्डवेयर/साॅफ्टवेयर परिनियोजन, नेटवर्क कनेक्टिविटी, डेटा माइग्रेशन, क्षमता निर्माण जैसे 22 अलग-अलग मापदंड निर्धारित किए गए हैं।
 

राज्यपाल ने प्राकृतिक खेती विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया

शिमला,  16 दिसंबर(3  आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर आज राजभवन शिमला से वर्चुअल माध्यम से गुजरात के सरदार पटेल सभागार, अमूल, आनंद में आयोजित राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती सम्मेलन के समापन सत्र में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काॅन्क्लेव को संबोधित किया।
 इस अवसर पर प्राकृतिक खेती को अपनाने वाले प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को राजभवन में आमंत्रित किया गया था। इन किसानों ने भी राज्यपाल के साथ प्रधानमंत्री का संबोधन सुना।
 इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पूर्ण रूप से प्राकृतिक खेती वाला राज्य बनने की दिशा की ओर अग्रसर है। उन्होंने परामर्श दिया कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम प्राकृतिक खेती को जन आंदोलन बनाएंगे और अमृत महोत्सव के अवसर पर हम हर पंचायत के कम से कम एक गांव को प्राकृतिक खेती से जोड़ने के लक्ष्य को पूरा करेंगे।
 उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कई बार हिमाचल प्रदेश का उल्लेख किया है क्योंकि प्राकृतिक खेती की शुरुआत सबसे पहले हिमाचल से हुई थी, इसलिए प्राकृतिक खेती को अपनाने में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें दृढ़ प्रयास करने चाहिए ताकि वर्ष 2022 तक हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक खेती अपनाने वाले राज्य के रूप में जाना जाए।
 राज्यपाल ने किसानों से भी बातचीत की और किसानों ने प्राकृतिक खेती के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
 इससे पूर्व राज्यपाल के सचिव प्रियतु मंडल ने किसानों को कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया।
 परियोजना निदेशक, सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती राकेश कंवर ने राज्यपाल का स्वागत किया और हिमाचल प्रदेश में कृषि पद्धति की वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत करवाया और उन्हें इस दिशा में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी भी दी।
 

ठाकुर ने माता चिंतपूर्णी मंदिर में पूजा अर्चना की

ऊना, 16दिसंबर (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के  मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज ऊना जिला के माता चिंतपूर्णी मंदिर में पूजा अर्चना की और राज्य की समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
 उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया और मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी।
 चिंतपूर्णी में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों ने राज्य की वित्तीय स्थिति को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया, जबकि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए अनेक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकारों के वित्तीय अव्यवस्था के कारण सरकार को ऋण लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही चिंतपूर्णी में एक मंदिर अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।
 ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, विधायक बलबीर सिंह और राजेश ठाकुर, हिमुडा के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा, पूर्व विधायक नवीन धीमान, एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
 इससे पूर्व, मुख्यमंत्री का गोंदपुर बनेहड़ा हेलीपैड पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

मंडी में जाली अकाउंट बनाकर महिलाओं को अश्लील मैसेजने वाला गिरफ्तार

मंडी. 16दिसंबर(3 आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश की मंडी जिला पुलिस ने सोशल मीडिया पर जाली अकाउंट बनाकर महिलाओं को अश्लील मैसेज भेजने वाले मजनू को गिरफ्तार किया है। 
मंडी पुलिस अधीक्षक विवेक चैहल ने इसकी पुष्टि की है।
आरोपी की पहचान तरनतारन के राजवीर सिंह ( 21) के रूप में हुई है।
  मंडी पुलिस ने आरोपी को जाल बिछाकर आज गिरफ्तार किया। मंडी की एक महिला नेआरोपी के खिलाफ  जब अश्लील मैसेजने की सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। 
पुलिस ने पीडिता के माध्यम से युवक को मंडी बुलाया। जैसे ही वह मंडी पहुंचा तो पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया। 

 



Wednesday, December 15

हिमाचल सदन नई दिल्ली और हिमाचल भवन चंडीगढ़ में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ खोले गए

शिमला, 15 दिसंबर (3आईन्यूज)हिमाचल प्रदेश के लोगों की सुविधा के लिए नई दिल्ली, चंडीगढ़ और निकटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले प्रदेशवासियों के लिए हिमाचल सदन, नई दिल्ली और हिमाचल भवन चंडीगढ़ में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ (सीएम विंडो) खोले गए हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि शिकायत दर्ज करने के लिए हिमाचल सदन नई दिल्ली में स्थापित शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में दूरभाष नम्बर 011-21610380 और हिमाचल भवन चंडीगढ़, शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में दूरभाष नम्बर 0172-2637504 के माध्यम से सम्पर्क किया जा सकता है। इन शिकायत निवारण प्रकोष्ठों में शिकायत अथवा सुझाव देने के लिए ड्राॅप बाॅक्स भी लगाए गए हैं।
 उन्होंने बताया कि हिमाचल के लोगों की शिकायतों का तत्काल समाधान एवं सुझावों पर समय सीमा के भीतर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।