Saturday, March 5

राज्यपाल , मुख्यमंत्री ने सरकाघाट बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया

शिमला,05मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मण्डी जिले के सरकाघाट क्षेत्र के अन्तर्गत गहरा नाला में हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है, जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है, जबकि 14 लोग घायल हुए हैं।
 राज्यपाल ने मृतक की आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की है।
 मुख्यमंत्री ने भी शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की है।
 मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार को 50 हजार रुपये, गम्भीर रूप से घायलों को 10-10 हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायल व्यक्तियों को 5-5 हजार रुपये देने की घोषणा की।
 
             

परिवहन निगम में कार्यरत 631 पीस मील वर्कर्स को अनुबंध पर तैनाती

शिमला,05मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश  पथ परिवहन निगम में कार्यरत पीस मील वर्कर्स को अनुबंध पर लाने का निर्णय लिया गया है।
 उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास की भावना से कार्य करते हुए वर्ष 2011 से निगम में कार्यरत इन पीस मील वर्कर्स की चिरलम्बित मांग को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 तथा उसके बाद निगम में आवश्यकतानुसार इन पीस मील वर्कर्स की तैनाती की गई थी। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा अब इनकी सेवाओं को परिवहन निगम में अनुबंध पर करने का निर्णय लिया गया है।
 उन्होंने कहा कि परिवहन निगम में आईटीआई और नॉन-आईटीआई तथा दूसरे क्षेत्रों में पीस मील वर्कर्स कार्यरत हैं। इनके लिए हाल ही में तैयार नीति के अनुरूप कुल 823 पीस मील वर्कर्स में से 631 को प्राथमिकता के आधार पर अनुबंध पर तैनाती दी गई है जबकि शेष वर्कर्स को इसी प्रक्रिया के अन्तर्गत उनकी दक्षता के अनुसार अनुबंध पर लाया जाएगा।
 परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्णय के अनुसार विभाग में 49 लोगों को करूणामूलक आधार पर रोजगार देने के भी आदेश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन निर्णयों से प्रदेश सरकार की कर्मचारी हितैषी नीतियों का लाभ सभी पात्र लोगांे को सुनिश्चित हुआ है। इसके लिए उन्होंने विशेष तौर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है।

Friday, March 4

आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वॉर्न का निधन

नई दिल्ली , 04मार्च (3आईन्यूज) ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 
    वह 52 वर्ष के थे। उनके निधन से पूरे खेल जगत में शोक की लहर है। 
शेन वार्न को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि


नगरोटा बंगवा:- दरंग के पास जीप ने मोटरसाइकिल को मारी टक्कर, एक भाई की मौत दूसरा गंभीर

कांगडा , 04मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के कांगडा जिला में दरंग के पास कल एक तेज रफ्तार जीप ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे एक युवक की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। 
    प्राप्त जानकारी के अनुसार नगरोटा बगवां के दो भाई अपनी  मोटरसाइकिल से पालमपुर से वापस अपने घर लौट रहे थे उसी दौरान एक जीप ने उन्हें टक्कर मार दी। दोनों को गंभीर हालत में राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा ले जाया गया जहां पर एक की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। 
    भवारना पुलिस ने आरोपी जीप चालक को गिरफ्तार कर  उसके खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कारवाई शुरू कर दी है। भवारना थाना प्रभारी ने कहा कि वाहन तेज गति से न चलायें। उन्होने आमजन से  अपील की कि अगर ऐसा हादसा  हो जाए तो घायलों को अस्पताल पहुंचाए न कि मौके से भाग जाएं। 

हमीरपुर : यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों के परिजनों से निरंतर संपर्क में प्रशासन

हमीरपुर , 04मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
हमीरपुर  उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने कहा कि यूक्रेन में फंसे जिला के एमबीबीएस के विद्यार्थियों और उनके परिजनों की मदद के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।        
     उन्होंने कहा कि प्रशासन लगातार इन विद्यार्थियों के परिजनों के संपर्क में है। अधिकारी इन विद्यार्थियों के परिजनों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
  हमीरपुर तहसीलदार डॉ. अशोक पठानिया क्षेत्र के विभिन्न विद्यार्थियों के घर जाकर उनके परिजनों की हौसलाअफजाई कर रहे हैं तथा उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दे रहे हैं। 
     डॉ. अशोक पठानिया ने बताया कि यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहे हमीरपुर क्षेत्र के 12 विद्यार्थियों की मदद के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने हरसंभव कदम उठाए हैं। इनमें से कुछ विद्यार्थी सकुशल घर भी पहुंच गए हैं। तहसीलदार ने बताया कि अन्य विद्यार्थियों को भी अतिशीघ्र घर तक सकुशल पहुंचा दिया जाएगा। डॉ. अशोक पठानिया ने कहा कि इन विद्यार्थियों के परिजनों की हौसलाअफजाई के लिए वह स्वयं इनसे संपर्क कर रहे हैं। इसी प्रकार तहसीलदार टौणी देवी, नायब तहसीलदार हमीरपुर और नायब तहसीलदार लंबलू ने भी कुछ विद्यार्थियों के घर जाकर उनके परिजनों से बात की है।

हमीरपुर :होली उत्सव लाइट एंड साउंड सिस्टम की निविदाएं 5 मार्च तक

हमीरपुर , 04मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
हमीरपुर जिला के सुजानपुर में 15 से 18 मार्च तक आयोजित किए जाने वाले राष्ट्र स्तरीय होली उत्सव-2022 में लाइट एंड साउंड सिस्टम के लिए अब 5 मार्च तक निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
  एडीएम जितेंद्र सांजटा ने बताया कि पहले लाइट एंड साउंड व्यवस्था के लिए 28 फरवरी तक निविदाएं आमंत्रित की गई थीं। तकनीकी कारणों से अब निविदाएं जमा करवाने की अवधि बढ़ाकर 5 मार्च कर दी गई है। ये निविदाएं 5 मार्च को दोपहर एक बजे तक पहुंच जानी चाहिए। इसी दिन दोपहर बाद ढाई बजे ये निविदाएं संबंधित उप समिति के समक्ष खोली जाएंगी। पहले निविदाएं जमा करवा चुकी फर्मों को दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।


हमीरपुर : दो महीने बंद रहेगी मानपुल-मझियार-तूतड़ू -बंगाणा सडक़

हमीरपुर , 04मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
हमीरपुर में सुदृढ़ीकरण एवं मरम्मत कार्य के चलते मानपुल-मझियार-सेरा-तूतड़ू-बंगाणा सडक़ पर वाहनों की आवाजाही दो महीने के लिए बंद कर दी गई है।
  इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश देबश्वेता बनिक ने बताया कि सुदृढ़ीकरण एवं मरम्मत कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए मानपुल-मझियार-सेरा-तूतड़ू-बंगाणा सडक़ पर यातायात 7 मार्च से 6 मई तक बंद किया जा रहा है। इस दौरान वाहन चालक नादौन-बंगाणा सडक़ से आवाजाही कर सकते हैं।





हमीरपुर : आज से 11 मार्च तक लंबलू में प्रभावित रहेगी बिजली आपूर्ति

हमीरपुर , 04मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
हमीरपुर विद्युत उपमंडल लंबलू में नई लाइनों के कार्य के चलते गांव लंबलू, ठनकरी, खनेऊ, झटवाड़, गसोता, बालू, भरठयाण, बरालू, भ्यूट, बडोल, पडोला, चमनेड, झमरेडा, ब्ल्यूट, सरली, बरोहा, तरोपका, छयोड़ी, बोहनी, मुलाना, गुदवीं, लगवान, थाना, बफड़ीं, हरनेड और आस-पास के गांवों में 4 मार्च से 11 मार्च तक प्रतिदिन सुबह साढे नौ बजे से शाम पांच बजे तक बिजली की आपूर्ति आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से बाधित रह सकती है।
    सहायक अभियंता ने इस दौरान क्षेत्र के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।

Thursday, March 3

मंडी: एचआरटीसी की बस बेकाबू होकर उलटी, दो महिलाओं की मौत ,दो दर्जन सवारियां घायल

मंडी. 03मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश में मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के अंतर्गत झीड़ गांव के पास आज दोपहर हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी ) की बस बेकाबू होकर उलट गई  जिसमें दो महिलाओं की  मौत हो गई जबकि दो दर्जन सवारियां घायल हो गई। 
  मंडी पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने घटना की पुष्टि की है। 
 मृतक मां -बेटी की शिनाख़्त नहीं हो सकी है। 
घायलों को जमणी और सरकाघाट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
    पुलिस और प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ राहत और बचाव कार्य शुरु कर दिया है। 
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 

  

आईटीआई हमीरपुर में अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के साक्षात्कार 7 मार्च को

हमीरपुर, 03मार्च (3आईन्यूज)  स्वराज इंजन लिमिटेड मोहाली 7 मार्च को आईटीआई हमीरपुर में फिटर, ट्रेनर, मशीनिस्ट, मैकेनिक मोटर व्हीकल, मैकेनिक  डीजल, मैकेनिक ट्रैक्टर, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक की अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग एवं हैल्पर के पदों के लिए साक्षात्कार लेगी।
  आईटीआई हमीरपुर के प्रधानाचार्य सुभाष चंद ने बताया कि वर्ष 2018 से 2021 तक के आईटीआई पास युवा इस साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों की आयु 18 से 26 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उनके पास नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट होना चाहिए। इस साक्षात्कार में लिखित परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन और मेडिकल भी होगा। कंपनी द्वारा चयनित युवाओं को 7700 से 9480 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। बारहवीं पास महिलाएं भी अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग कर सकती हैं।
  इनके अलावा हैल्पर के पदों के लिए आठवीं, दसवीं और बारहवीं पास युवा पात्र हैं। इन हैल्परों को 354 रुपये दैनिक भत्ता, पीएफ और ईएसआईसी की सुविधाएं मिलेंगी। अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नंबर 01972-222609 और मोबाइल नंबर 7018817768 पर संपर्क किया जा सकता है।    

ऊना: फूड लाइसेंस लेने के लिए ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन: एडीसी

प्रयोग हुआ खाद्य तेल 30 रुपए प्रति लीटर की दर से दुकानदारों से खरीद रहा विभाग
ऊना, 03मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में किसी भी प्रकार का फूड बिजनेस करने के लिए लाइसेंस ऑनलाइन बनाने के लिए www.foscos.fssai.gov.in वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है। 
    यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कल फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के तहत आयोजित जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि लाइसेंस का शुल्क ई-चालान के माध्यम से इसी वेबसाइट पर जाकर जमा करवाया जा सकता है। जिला ऊना में इस वर्ष 797 लाइसेंस विभाग ने प्रदान किए गए हैं, जबकि कुल 9388 दुकानदारों ने विभाग के साथ पंजीकरण करवाया है।
    बैठक में एडीसी ने कहा कि स्कूल में मिलने वाले मिड-डे-मील, राशन के डिपो संचालकों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा शराब ठेकों के लिए भी फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के तहत पंजीकरण अनिवार्य है। एडीसी ने प्रक्रिया पूरी करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए।
उन्होंने कहा कि अब तक खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यालय ने जिला ऊना में खाद्य पदार्थों के 111 सैंपल लिए थे, जिनमें 15 फेल हो गए, 4 सैंपल रद्द किए गए तथा दो असुरक्षित पाए गए। एफएसएस के तहत निर्धारित 90 सैंपलों पर कार्रवाई करते हुए 2.38 लाख रूपए जुर्माना लगाया गया। विभाग मोबाइल टेस्टिंग वैन की सुविधा भी प्रदान कर रहा है।
एडीसी ने कहा कि लंगर अथवा भोग व प्रसाद प्रदान करने वाले सभी धार्मिक संस्थानों के लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के तहत लाइसेंस लेना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी, बाबा बड़भाग सिंह, शीतला देवी मंदिर, शिवबाड़ी मंदिर, सदाशिव मंदिर के लाइसेंस एक माह के भीतर बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि डेरा बाबा रूद्रानंद मंदिर का भोग लाईसेंस बना दिया गया। उन्होंने सभी धार्मिक संस्थानों से एक माह के भीतर लाइसेंस के लिए आवेदन करने की अपील की।
एडीसी ने कहा कि ऊना जिला के दुकानदारों व होटलों में प्रयोग लाया जाने वाला तेल दो-तीन बार से अधिक प्रयोग होने वाले खाद्य तेल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसके दृष्टिगत सरकार द्वारा मैसर्ज सूर्या एनवीरो कंपनी दुकानदारों से दो से अधिक बार प्रयोग किया हुआ खाद्य तेल 30 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से तेल खरीद करेगी। उन्होंने कहा कि ऊना से अभी 421 लीटर पुराना कुकिंग तेल एकत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट 2006 की जानकारी होना बेहद जरूरी है, ताकि लोग अपनी सेहत के प्रति सचेत रहें और पौष्टिक एवं शुद्ध आहार को अपनाएं।

Wednesday, March 2

मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान सेे विश्वविख्यात अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले का शुभारंभ

देवी-देवताओं के नजराने में भी 33 प्रतिशत वृद्धि करने की घोषणा
 मंडी, 02मार्च(3 आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान सेे विश्वविख्यात अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले का विधिवत् शुभारंभ किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मुख्य देवता राज माधोराय के प्रसिद्ध मन्दिर में शीश नवाया तथा पारंपरिक शोभा यात्रा जलेब में भाग लिया जो श्री राज माधोराय मन्दिर से आरम्भ होकर पड्डल मैदान पर समाप्त हुई।
    पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित लोगों ने शोभायात्रा में स्थानीय देवी-देवताओं की पालकियों को उठाकर पड्डल मैदान तक पहुंचाया। जलेब में जिला के लगभग 216 देवी-देवताओं ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने पगड़ी समारोह में भी भाग लिया तथा श्री माधोराय मन्दिर में पूजा-अर्चना की।
    ऐतिहासिक पड्डल मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के इस दौर में देवी-देवताओं के चढ़ावे में भी गिरावट आई है। इसके दृष्टिगत राज्य सरकार ने बजंतरियों के मानदेय को दोगुना करने का निर्णय लिया है। पिछले वर्ष बजंतरियों के मानदेय पर 9.52 लाख रुपये व्यय किए गए थे जबकि इस वर्ष इस पर 19 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे।
 इस अवसर पर उन्होंने देवी-देवताओं के राशन में 50 प्रतिशत वृद्धि करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष इस पर 16.38 लाख रुपये व्यय किए गए थे जबकि इस वर्ष 25 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे।
 मुख्यमंत्री ने देवी-देवताओं के नजराने में भी 33 प्रतिशत वृद्धि करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष नजराने और मानदेय के लिए 50 लाख रुपये प्रदान किए गए थे जबकि इस वर्ष इस पर 75 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे जो प्रदेश सरकार की देव संस्कृति में अटूट श्रद्धा और विश्वास को प्रदर्शित करता है।
 जय राम ठाकुर ने कहा कि मेले व त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं। मंडी शिवरात्रि की पूरे देश में एक अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से अधिक के समय में कोरोना महामारी के कारण मेले व त्यौहारों के आयोजन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा लेकिन अब प्रदेश में कोरोना मामलों में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि यह देश के वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध करवाई गई वैक्सीन के कारण ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में आरम्भ विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग दो माह पूर्व अपने चार वर्ष का कार्यकाल पूर्ण किया है। ऐतिहासिक पड्डल मैदान में हुए चार साल के समारोह को प्रधानमंत्री ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से सुशोभित किया तथा 11500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन किए।
 उन्होंने कहा कि सहारा योजना, गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री हिमकेयर, मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना, शगुन योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन इत्यादि विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं प्रदेश के लाखों लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रही हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार सेवा और समर्पण की भावना से कार्य कर रही है और समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मंडी में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय लिया है जिसे इसी शैक्षणिक सत्र से क्रियाशील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडी में 175 करोड़ रुपये की लागत से शिवधाम की स्थापना की जा रही है और इसका कार्य युद्धस्तर पर जारी है। शिवधाम का कार्य पूर्ण होने पर यह राज्य में आने वाले लोगों के आकर्षण का एक प्रमुख केन्द्र होगा। उन्होंने कहा कि तुंगल क्षेत्र के कोटली में एसडीएम कार्यालय खोला गया है और मंडी में 35 करोड़ रुपये की लागत से आज संस्कृति सदन का लोकार्पण भी किया गया है। उन्होंने कहा कि मंडी शहर में लोगों की सुविधा के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली पार्किंग परियोजना का कार्य प्रगति पर है और इसे शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में 27 करोड़ रुपये के कॉलेज भवन का कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
 इसके उपरांत, मुख्यमंत्री ने पड्डल मेला मैदान में विभिन्न विभागों, बोर्डों, निगमों द्वारा लगाई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और इसमें गहन रूचि प्रदर्शित की।
 मुख्यमंत्री ने महोत्सव आयोजन समिति द्वारा अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव पर आधारित स्मारिका का भी विमोचन किया।
 इस अवसर पर उपायुक्त मंडी एवं अध्यक्ष अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव आयोजन समिति अरिंदम चौधरी ने मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मंडी का शिवरात्रि महोत्सव प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता का एक अनूठा उदाहरण है।
 उन्होंने कहा कि इस वर्ष इस महोत्सव में 216 देवी-देवताओं को आमंत्रण दिया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की स्वर्णिम यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी और सात सांस्कृतिक संध्याएं इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण होंगी।
 

Tuesday, March 1

विज्ञान का उपयोग समाज कल्याण में होना चाहिए:राज्यपाल

शिमला,एक मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कल कांगड़ा जिला के सीएसआईआर-हिमालय जैव-संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि विज्ञान का उपयोग समाज कल्याण में होना चाहिए। 
    राज्यपाल ने कहा कि विश्व ने इस दिन प्रख्यात वैज्ञानिक सी.वी. रमन के वैज्ञानिक आविष्कार को मान्यता प्रदान की और उनके द्वारा दिए गए रमन इफैक्ट पर देश को गर्व है। उन्होंने कहा कि विज्ञान जीवन का एक अभिन्न अंग है और कई वैज्ञानिक आविष्कार हमारे पूर्वजों के विचारों से प्रेरित हैं। आर्लेकर ने कहा, हमारी मानसिक सोच की कमी कहीं न कहीं हमें सोचने पर मजबूर कर देती है कि यह आज का ही शोध है। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों का शोध आज भी प्रासंगिक है और दुनिया में इसे अब स्वीकार किया जा रहा है।
   उन्होंने कहा कि हमने अध्यात्म को विज्ञान से जोड़ा है ताकि विज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए किया जाए। उन्होंने कहा कि यह देश के अग्रणी संगठन वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद की प्रतिष्ठित प्रयोगशाला है। इस वर्ष के राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का विषय सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृिष्टकोण है। उन्होंने सन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह संस्थान देश के साथ-साथ हिमाचल और अन्य पहाड़ी लोगों के लिए प्रासंगिक प्रौद्योगिकी के विकास और प्रसार के लिए कार्यरत है।
 उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सीएसआईआर- आईएचबीटी में अनुसंधान कार्य समाज के हित में किया जा रहा है और अधिकांश शोध कृषक कल्याण के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक खोज से समाज को लाभ होना चाहिए और यही हर वैज्ञानिक का लक्ष्य होना चाहिए।
 इस अवसर पर सीएसआईआर-आईएचबीटी के निदेशक संजय कुमार ने राज्यपाल का स्वागत किया और कहा कि संस्थान राष्ट्रहित में कार्य करना निरंतर जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य सामाजिक, औद्योगिक और पर्यावरणीय लाभ के लिए हिमालयी जैव संसाधनों के उपयोग के माध्यम से जैव अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करना है। उन्होंने कहा कि संस्थान के पास इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए एग्रोटेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, केमिकल टेक्नोलॉजी, डायटेटिक्स एवं न्यूट्रिशन टेक्नोलॉजी और पर्यावरण प्रौद्योगिकी सहित पांच प्रमुख तकनीकी प्लेटफार्म हैं।
 उन्होंने कहा कि एससीआईमैगो इंटरनेशनल ने देश के 37 सीएसआईआर संस्थानों में सीएसआईआर-आईएचबीटी को 9वें स्थान पर और नेचर रेंकिंग इण्डेक्स-2020 द्वारा सीएसआईआर को देश में शीर्ष वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान के रूप में स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीएसआईआर-आईएचबीटी ने जून 2015 से 62 तकनीक विकसित की है और पिछले 6 वर्षों के दौरान कुल 481 समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षरित किए हैं। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से वर्तमान में 50 स्टार्टअप और 17 इनक्यूबेट जुड़े हुए हैं।
 उन्होंने इनक्यूबेटीज, स्टार्ट-अप और उद्यमियों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर की प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के  प्रयासों की सराहना की।
 राज्यपाल ने संस्थान के नए प्रयोगशाला ब्लॉक की आधारशिला रखी। उन्होंने परिसर में एक यलो बेल का पौधरोपण भी किया। इसके पश्चात उन्होंने ट्यूलिप गार्डन का लोकार्पण भी किया।
 राज्यपाल ने इस अवसर पर किसानों को बीज, औषधीय पौधे और पौधों की उन्नत किस्मों का भी वितरण किया। राज्यपाल ने वर्चुअल माध्यम से मंडी, कांगड़ा और चंबा में स्थापित छह नई तेल आसवन इकाइयां भी प्रेदशवासियों को समर्पित की।