Monday, March 7

ठाकुर ने दिव्यांग सुनील पथिक की पुस्तक आशाओं भरा सफर का विमोचन किया

 

शिमला ,07मार्च (3आईन्यूज़ )  हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने  चम्बा के दिव्यांग

सुनील पथिक द्वारा लिखित पुस्तक आशाओं भरा सफर का विमोचन किया।
     श्री ठाकुर ने सुनील पथिक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद लेखक ने यह पुस्तक लिखी है, जो दिव्यांगजनों के लिए प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि सुनील पथिक ने यह साबित किया है कि व्यक्ति समर्पण तथा प्रतिबद्धता के साथ सभी चुनौतियों पर विजय पा सकता है।
 इस अवसर पर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

ठाकुर ने मोबाइल डेंटल वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

 


शिमला ,07मार्च (3आईन्यूज़ )  हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने डेंटिस्ट डे के अवसर पर कल यहां ओक ओवर से मोबाइल डेंटल वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
    श्री ठाकुर ने कहा कि 34.53 लाख रुपये की लागत की यह डेंटल  वैन पाठशालाओं तथा प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में, जहां दंत चिकित्सा की सुविधाएं नहीं हैं, दंत चिकित्सा शिविरों का आयोजन करने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह डेंटल वैन दिव्यांगजनों को चिकित्सा प्रदान करने में भी सहायक सिद्ध होगी, जो चिकित्सा के लिए अस्पताल नहीं जा सकते।
        उन्होंने  कहा कि इस वैन में स्केलर, लाइट क्योर, कम्प्रेसर सेक्शन आदि से युक्त पूर्ण रूप से स्वचालित कुर्सी के साथ-साथ एक्स-रे सुविधा, जनरेटर, जल भण्डारण टैंक, जन सम्बोधन सेवा, वातानुकूलन सुविधा आदि भी है। उन्होंने कहा कि मोबाइल डेंटल वैन में दांत निकालने, फिलिंग, स्केलिंग, एक्स-रे, रोग निदान व उपचार, दर्द निवारण की सुविधा के साथ ही रोगियों में जागरूकता तथा उन्हें प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
     स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश पठानिया, प्रधानाचार्य दंत महाविद्यालय शिमला और अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Sunday, March 6

राज्यपाल ने आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज के 210 छात्रों को डिग्री दीं


पटियाला ,06 मार्च (3आईन्यूज़) पंजाब के पटियाला में  राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज राजपुरा के 10वें  दीक्षांत समारोह में 210 विद्यार्थियों को डिग्रियां दीं। 
     राज्यपाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर  विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को यह स्वयं निर्धारित करना होगा कि वे रोजगार ढंूढने वाले बनना चाहेंगे अथवा रोजगार प्रदाता बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में सीखने की प्रक्रिया कभी समाप्त नहीं होती, बल्कि आज का यह दिन विद्यार्थी जीवन के उपरान्त नए लक्ष्यों को प्राप्त करने की शुरुआत है। उन्होंने इस अवसर पर विद्यार्थियों से नेतृत्व क्षमता विकसित करने और अवसरों को परखकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा देश की अमूल्य संपत्ति हैं तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण कार्यों में आगे बढ़कर योगदान देना चाहिए। कोई भी राष्ट्र तभी विकसित हो सकता है, जब युवा ऊर्जा केन्द्रित, अनुशासित और विकासोन्मुखी हो। उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन, देशभक्ति, ईमानदारी और लगन जैसे मूल्यों को विकसित करने का आग्रह किया।
       
श्री  आर्लेकर ने कहा कि नई शिक्षा नीति छात्रों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य को पूरा करने वाली है। उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली गुरुकुल परम्परा पर आधारित रही है, लेकिन वर्तमान शिक्षा प्रणाली डिग्री के बाद नौकरी की मांग करती है। अंततः हम जमीन से नहीं जुड़ पाते हैं। उन्होंने कहा कि केवल देश की युवा पीढ़ी ही इसमें परिवर्तन ला सकती है।
    उन्होंने युवाओं को नवोन्मेषी विचारों के साथ आगे आने का आह्वान किया ताकि समाज को लाभान्वित किया जा सकेे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह डिग्री प्राप्त करने में बहुत से लोगों का योगदान रहता है और अब उन्हें इसका उपयोग समाज के लाभ के लिए करना चाहिए।
  अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष डॉ. एम.पी. पुनिया ने कहा कि आज का आयोजन केवल दीक्षांत समारोह भर नहीं है, बल्कि जीवन में नई चुनौतियों का आरम्भ हैै। आज के छात्र राष्ट्र का भविष्य हैं और हमें उन्हें अपने चुनिंदा क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आगे बढ़ने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही रवैया अपनाना होगा। उनमें सीखने की प्रवृति होने के साथ ही रचनात्मकता और सामाजिक समस्याओं पर विचार भी करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को एक अच्छा नागरिक बनने और स्वयं तथा राष्ट्र के गौरव के लिए दिन-रात मेहनत करने की सलाह भी दी।
    महाराजा रणजीत सिंह विश्वविद्यालय भटिंडा के कुलपति डॉ. बूटा सिंह ने आर्यन्स समूह प्रबन्धन को बधाई देते हुए कहा कि केवल 100 विद्यार्थियों और एक महाविद्यालय से उन्होंने यहां शुरूआत की और आज वे अभियांत्रिकी, विधि, प्रबन्धन, नर्सिंग, फार्मेसी, डिग्री, शिक्षा, पैरामैडिकल सहित 8 महाविद्यालयों के माध्यम से 4 हजार से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।

सिरमौर - ट्रांस-गिरी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिलवाने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा मामला: जय राम ठाकुर

शिमला ,06 मार्च (3आईन्यूज़) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सिरमौर जिला के ट्रांस-गिरी क्षेत्र के लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल को कल  यहां संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ट्रांस-गिरी क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र और हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलवाने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रभावी ढंग से यह मामला उठाएगी।
   श्री ठाकुर ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के साथ लगते जौनसार क्षेत्र को पहले ही जनजातीय क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वे सिरमौर जिला के ट्रांस-गिरी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा प्रदान करने का मामला एक बार पुनः केंद्रीय गृह मंत्री के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे न केवल इस क्षेत्र के विकास के लिए अतिरिक्त एवं विशेष बजट का प्रावधान सुनिश्चित होगा, बल्कि क्षेत्र के लोगों की चिरलंबित मांग भी पूरी होगी।

बजट प्रावधानों से किसानों की आय में बढ़ोतरी के साथ ही प्रशस्त होंगी खुशहाली की नई राहेंः वीरेन्द्र कंवर

शिमला ,06 मार्च (3आईन्यूज़) हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सक्षम नेतृत्व में जन सेवा के लिए समर्पित प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022-23 के बजट में सभी वर्गों के समान विकास के लिए समुचित प्रावधान किए हैं। विशेष तौर पर कृषि, पशुपालन व ग्रामीण विकास के लिए बजट में प्रमुखता दी गई है।
    श्री कँवर ने कहा कि कोरोना संकट में अर्थव्यवस्था को कृषि क्षेत्र ने सम्बल प्रदान किया है, जोकि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा आरम्भ की गई किसान हितैषी योजनाओं के कारण ही संभव हो सका है। प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के परिणाम बहुत ही उत्साहवर्द्धक रहे हैं और प्रधानमंत्री द्वारा भी इस क्षेत्र में हिमाचल के प्रयासों को सराहा गया है। इस बजट में प्रदेश में 50 हजार एकड़ भूमि को प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत लाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश की सभी 3615 पंचायतों में प्राकृतिक कृषि का एक-एक मॉडल विकसित कर आस-पास के किसानों को प्रशिक्षित व प्रोत्साहित करने में सहायता मिलेगी। इसके अतिरिक्त 100 गांवों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्राकृतिक कृषि गांव के रूप में परिवर्तित करने और प्राकृतिक खेती कर रहे किसानों के पंजीकरण का प्रावधान भी सराहनीय है।
   उन्होंने कहा कि किसानों को बाजार से सीधा जोड़ने के लिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का गठन किया जा रहा है। आगामी वर्ष में 20 और एफपीओ गठित करने का प्रावधान किया गया है, जिनमें से 10 केवल प्राकृतिक कृषि पर आधारित होंगे। पराला मंडी को आदर्श मंडी के रूप में विकसित करने के लिए 60.93 करोड़ रुपये की लागत से 5 हजार मीट्रिक टन क्षमता का नया कोल्ड स्टोर स्थापित होने से उत्पादकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। जायका चरण-2 परियोजना में 13 मार्केट यार्डों को सुदृढ़ करने के लिए 31 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
   हींग व केसर की प्रायोगिक खेती के उपरान्त अब प्रदेश में दाल-चीनी एवं मौंक फ्रूट की खेती पायलट आधार पर प्रारम्भ करने से कृषि क्षेत्र में विविधता आएगी। मक्की और गेहूं की उत्पादकता बढ़ाने तथा प्रदेश की पहाड़ी किस्मों के संवर्द्धन के लिए बीज उपदान के वर्तमान आवंटन को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये करने व अन्य फसलों के उत्तम बीज उपलब्ध करवाने के लिए 3 करोड़ रुपये की घोषणा से किसानों को और अधिक लाभ मिलेगा।
   उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए 2022-23 के बजट में 583 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से किसानों की आय में आशातीत बढ़ोतरी के साथ ही उनकी खुशहाली की नई राहें प्रशस्त होंगी।
    श्री कंवर ने कहा कि गौवंश के संरक्षण के लिए कृतसंकल्प प्रदेश सरकार के प्रयासों से गौशालाओं तथा गौसदनों में गौवंश की संख्या 6 हजार से बढ़कर 20 हजार हो गई है। उन्होंने आगामी वित्त वर्ष में 5 बड़े गौ-अभयरण्यों एवं गौसदनों की स्थापना, हिमाचली पहाड़ी गाय के संरक्षण के लिए उत्कृष्ट फार्म स्थापित करने तथा गौसदनों में आश्रित गौवंश के लिए गोपाल व्यवस्था के अन्तर्गत अनुदान 500 से बढ़ाकर 700 रुपये करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
   उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत चार वर्षों में दुग्ध उत्पादन से जुड़े परिवारों के हितों की रक्षा के लिए दूध खरीद मूल्य में 7 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। इसे निरन्तरता प्रदान करते हुए आगामी बजट में भी 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ोतरी से दुग्ध उत्पादकों को उचित मूल्य मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि शिमला के दत्तनगर तथा मण्डी के चक्कर में प्रतिदिन 50 हजार लीटर क्षमता के दो मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट शुरू करने, पशुपालकों की सुविधा के लिए 44 मोबाइल वेटरनरी एम्बुलेंस चलाने के लिए 7 करोड़ रुपये तथा ग्रामीण बैकयार्ड भेड़ विकास योजना के अन्तर्गत 2 हजार भेड़ इकाइयां स्थापित करने के लिए 12 करोड़ रुपये के प्रावधान से पशुपालकों की आर्थिकी और सुदृढ़ होगी।

 

 


हमीरपुर : 17 मार्च तक बंद रहेगी पंजोत-ललयार-बगवाड़ा सडक़

हमीरपुर ,06 मार्च (3आईन्यूज़) हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में  सुदृढ़ीकरण एवं मरम्मत कार्य के चलते पंजोत-ललयार-बगवाड़ा सडक़ पर वाहनों की आवाजाही 8 से 17 मार्च तक बंद रहेगी।
     इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश देबश्वेता बनिक ने बताया कि सुदृढ़ीकरण एवं मरम्मत कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए पंजोत-ललयार-बगवाड़ा सडक़ पर यातायात 8 से 17 मार्च तक बंद कर दिया गया है। इस दौरान क्षेत्र के वाहन चालक पंजोत-धरयाड़ा सडक़ से आवाजाही कर सकते हैं।


हमीरपुर : मट्टनसिद्ध, गसोता, बड़ू, प्रतापगली में 8 मार्च बंद रहेगी बिजली

हमीरपुर ,06 मार्च (3आईन्यूज़) हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में विद्युत सब स्टेशन मट्टनसिद्ध में आवश्यक मरम्मत कार्य के चलते 8 मार्च को मट्टनसिद्ध, भिड़ा, टिक्कर, डुग्घा, कोहली, धरोग, चमनेड, समराला, बाईपास, दोसडक़ा, पुलिस लाईन, बड़ू, अणुकलां, अणु खुर्द, बल्ह, घनाल, ब्राह्मणी, कथाल, जमली, तरोपका, बोहनी, औद्योगिक क्षेत्र, मोहीं, बरोहा, पंजाली, गसोता, ब्ल्यूट, दखयोड़ा, फायर स्टेशन, बारल, हथली, प्रताप गली, दुगनेड़ी और साथ लगते गांवों में सुबह 9 से सायं पांच बजे तक बिजली की आपूर्ति आंंशिक रूप से या पूर्ण रूप से बाधित रहेगी।
  विद्युत उपमंडल-2 हमीरपुर के सहायक अभियंता अश्वनी पुरी और विद्युत सब स्टेशन मट्टनसिद्ध के सहायक अभियंता सुरेश शर्मा ने इस दौरान सभी उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।

हमीरपुर में ब्यूटी एंड वैलनेस के मुफ्त कोर्स के लिए आवेदन 20 मार्च तक

हमीरपुर ,06 मार्च (3आईन्यूज़) हिमाचल प्रदेश में आईटीआई हमीरपुर में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत ब्यूटी एंड वैलनेस का अल्प अवधि का निशुल्क कोर्स आरंभ किया जा रहा है।
 आईटीआई हमीरपुर के प्रधानाचार्य सुभाष चंद ने बताया कि यह कोर्स पूर्णतय: मुफ्त है।  इसके लिए 20 मार्च तक आवेदन किया जा सकता है।कोर्स का समय प्रतिदिन सुबह या शाम को 2 घंटे का रहेगा। 18 से 45 वर्ष तक की आयु के दसवीं पास युवा इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र के साथ दसवीं कक्षा का प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और दो पासपोर्ट साइज फोटो लगाने होंगे। अधिक जानकारी के लिए 01972-222609, 70184-96653 और 94181-42127 पर संपर्क कर सकते हैं। 

सोलन:चायल में देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश , पंजाब-हरियाणा के युवक और युवतियों गिरफ्तार

सोलन ,06 मार्च (3 आईन्यूज़ ) हिमाचल प्रदेश में सोलन जिला के  पुलिस थाना कंडाघाट के अंतर्गत चायल के नगाली गांव में पुलिस ने कल रात एक  निजी होटल में छापा मारकर देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश किया है ।
  पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र शर्मा ने मामले की पुष्टि की है । सोलन पुलिस ने इस मामले में पंजाब और हरियाणा के करीब एक दर्ज़न  लड़के और लड़कियों को गिरफ्तार किया गया है।पुलिस ने मालिक के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है ।
  

Saturday, March 5

HPUSSA लिमिटेड में भरे जायेंगे 597 पद, अंतिम तारीख 17 मार्च

शिमला,05मार्च (3आईन्यूज)  हिमाचल प्रदेश बेरोजगार सेवा चयन संघ लिमिटेड(HPUSSAL) ने विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने के लिए नौकरियों का पिटारा खोल दिया है। 
यह जानकारी रिक्रूटमेंट ब्रांच मैनेजर अश्वनी कुमार ने मीडिया को दी। उन्होने बताया कि विभिन्न श्रेणियों के 597 पदों  के लिए इच्छुक उम्मीदवारों के आवेदन आमंत्रित किये गये  है ।
     श्री कुमार ने बताया कि आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को अपना बायोडाटा ,फोन नंबर, आधार कार्ड,पैन कार्ड, पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र नया,हिमाचली बोनाफाइड,
रोजगार कार्यालय पहचान पत्र और शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्र भेजना होगा। 
  उन्होने बताया कि आवेदन प्रमाण पत्रों की  नकल प्रतियां  85808-32076  व्हाट्सएप नंबर पर भेजी जा सकती हैं।
  पदों के  लिए 18 वर्ष से लेकर 50 वर्ष आयु सीमा निर्धारित की गई है। इसके साथ ही  चयनित उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान ग्रॉस 10500/- से लेकर 27300/- ग्रेड-पे दिया जाएगा।
    उन्होने बताया कि पदों पर आवेदन करने की अंतिम तारीख 17 मार्च 2022 है। 


मंडी: वन रक्षक महिला की कार खाई में गिरी, गंभीर घायल

मंडी,05मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में जोगिंद्रनगर-सरकाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल ठाणागढ के पास एक कार के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने से एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। 
   प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग में वन रक्षक दीपिका राणा (31)अपनी कार से जा रही थी, रास्ते में कार बेकाबू होकर खाई में जा गिरी। पास ही काम कर रहे प्रवासी मजदूरों ने महिला को जोगिंदरनगर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा भेज दिया गया। 
पुलिस ने  मामले की जांच शुरू कर दी है। 
   

राज्यपाल , मुख्यमंत्री ने सरकाघाट बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया

शिमला,05मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश के 
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मण्डी जिले के सरकाघाट क्षेत्र के अन्तर्गत गहरा नाला में हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है, जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है, जबकि 14 लोग घायल हुए हैं।
 राज्यपाल ने मृतक की आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की है।
 मुख्यमंत्री ने भी शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की है।
 मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार को 50 हजार रुपये, गम्भीर रूप से घायलों को 10-10 हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायल व्यक्तियों को 5-5 हजार रुपये देने की घोषणा की।
 
             

परिवहन निगम में कार्यरत 631 पीस मील वर्कर्स को अनुबंध पर तैनाती

शिमला,05मार्च (3आईन्यूज) हिमाचल प्रदेश  पथ परिवहन निगम में कार्यरत पीस मील वर्कर्स को अनुबंध पर लाने का निर्णय लिया गया है।
 उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास की भावना से कार्य करते हुए वर्ष 2011 से निगम में कार्यरत इन पीस मील वर्कर्स की चिरलम्बित मांग को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 तथा उसके बाद निगम में आवश्यकतानुसार इन पीस मील वर्कर्स की तैनाती की गई थी। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा अब इनकी सेवाओं को परिवहन निगम में अनुबंध पर करने का निर्णय लिया गया है।
 उन्होंने कहा कि परिवहन निगम में आईटीआई और नॉन-आईटीआई तथा दूसरे क्षेत्रों में पीस मील वर्कर्स कार्यरत हैं। इनके लिए हाल ही में तैयार नीति के अनुरूप कुल 823 पीस मील वर्कर्स में से 631 को प्राथमिकता के आधार पर अनुबंध पर तैनाती दी गई है जबकि शेष वर्कर्स को इसी प्रक्रिया के अन्तर्गत उनकी दक्षता के अनुसार अनुबंध पर लाया जाएगा।
 परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्णय के अनुसार विभाग में 49 लोगों को करूणामूलक आधार पर रोजगार देने के भी आदेश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन निर्णयों से प्रदेश सरकार की कर्मचारी हितैषी नीतियों का लाभ सभी पात्र लोगांे को सुनिश्चित हुआ है। इसके लिए उन्होंने विशेष तौर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है।