Wednesday, March 9
सुबाथू: कार गंबर नदी में गिरी, भाई -बहन की मौत
Tuesday, March 8
ऊना में विवाहिता ने जहर खाकर की आत्महत्या
मंडी : कार पुल के नीचे गिरी,चालक की मौत
चंडीगढ़ : कार ने तीन मोटरसाइकल को टक्कर मारी, एक मरा, दो गंभीर घायल
Monday, March 7
ऊना :गोबिंद सागर झील में कार गिरी, एक युवक की डूबकर मौत
अमृतसर : बीएसफ जवान ने ड्यूटी से नाराज़ फारियंग की, खुद को भी गोली मारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार 144वीं बटालियन के सिपाही सुतप्पा अपनी ड्यूटी के चलते नाराज़ था ,जिसके चलते उसने अपनी राइफल से अन्य साथियों पर गोलियां चलाने के बाद खुद को भी गोली मार ली जिससे उसकी भी मौत हो गई।
बीएसएफ अधिकारी आशीष पराते ने घटना की पुष्टि की है ।
मुख्यमंत्री ने बजट 2022-23 पर वर्चुअल जन संवाद को सम्बोधित किया
बजट प्रदेश के समग्र और समावेशी विकास पर केन्द्रित: जय राम ठाकुर
शिमला ,07मार्च (3आईन्यूज़ ) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यहां पीटरहॉफ में बजट 2022-23 पर आयोजित वर्चुअल जन संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह बजट प्रदेश के समग्र एवं समावेशी विकास पर केन्द्रित है और इसमें प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही योजनाओं में आवश्यकता आधारित सुधार तथा अनेक योजनाओं के आकार में वृद्धि को भी ध्यान में रखा गया है।
श्री ठाकुर ने कहा कि यह पहला मौका है जब प्रदेश का वार्षिक बजट प्रस्तुत करने के उपरान्त कोई मुख्यमंत्री आम जनता से सीधे तौर पर रू-ब-रू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत चार वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य निर्धन तथा जरूरतमंद वर्गों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करना रहा है। प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं, नीतियां तथा कार्यक्रम समाज की अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान को समर्पित रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का सबसे पहला निर्णय वृद्धजनों के कल्याण तथा अन्य निर्णय निराश्रित पशुओं को उचित आश्रय सुनिश्चित करवाने के लिए लक्षित था। उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारण्यों तथा गौ-सदनों में प्रत्येक पशु के लिए 500 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे थे जिसे वर्ष 2022-23 के बजट मेें बढ़ाकर 700 रुपये प्रतिमाह प्रति पशु किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का दो वर्षो से अधिक का कार्यकाल कोरोना महामारी से प्रभावित रहा है। उन्होंने कहा कि सभी चुनौतियों के बावजूद प्रदेश ने राज्य के लोगों तथा केन्द्र सरकार के सक्रिय सहयोग और समर्थन से इस महामारी से निपटने में सफलता प्राप्त की है।उन्होंने कहा कि उन्होंने इस माह की चार तारीख को 51,365 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया है जिसका उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग तथा राज्य के प्रत्येक क्षेत्र का विकास करना है।
श्री ठाकुर ने कहा कि इस बार वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा 60 वर्ष करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों को 800 से बढ़ाकर अब 1000 रुपये प्रतिमाह, जिनकी 1000 रुपये प्रतिमाह थी उन्हें 1500 और 1500 रुपये प्रतिमाह प्राप्त कर रहे पेंशनरों को 1700 रुपये प्रतिमाह दिए जायेंगे । उन्होंने कहा कि 60 से 65 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं भी बिना किसी आय सीमा केे वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्र होंगी।
उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 9000 रुपये, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 6000 रुपये, आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 4600 रुपये, आशा कार्यकर्ताओं को 4700 रुपये, सिलाई अध्यापिकाओं को 7850 रुपये, मिड-डे मील कार्यकर्ताओं को 3400 रुपये, जलवाहक (शिक्षा विभाग) को 3800 रुपये, जल रक्षक को 4400 रुपये, जल शक्ति विभाग के बहुउद्देशीय कार्यकर्ताओं को 3800 रुपये तथा पैराफिटर व पम्प ऑपरेटरों को 5400 रुपये मानदेय प्रदान किया जाएगा।
इसके साथ ही दिहाड़ी को 350 रुपये प्रतिदिन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आउटसोर्स कर्मचारी को भी न्यूनतम 10,500 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त शहरी स्थानीय निकायों तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के मानदेय में भी बढ़ोतरी की गई है।
राज्यपाल ने तीन पुस्तकों का विमोचन किया
शिमला ,07मार्च (3आईन्यूज़ ) हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राज भवन में बागवानी तथा वानिकी महाविद्यालय, नेरी, हमीरपुर के फल विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के तहत शीतोष्ण फलों की कृषि तथा बागवानी से सम्बन्धित अद्यतन तकनीकी जानकारी पर आधारित तीन पुस्तकों का विमोचन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह पुस्तकंे देश के अन्य भागों तथा प्रदेश में शीतोष्ण फलांे की खेती कर रहे किसानों को व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करने में सहायक होंगी। इसके अतिरिक्त यह पुस्तकें बागवानी से सम्बन्धित विषय पर शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के लिए भी लाभकारी होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जलवायु विभिन्न फल पौधों की खेती के लिए अनुकूल है तथा यहां उपोष्ण-कटिबंधीय से लेकर विशेष शीतोष्ण जलवायु पाई जाती है, जो बागवानी के बृहद आधार को प्रदर्शित करती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बागवानी को मुख्य आजीविका के तौर पर अपनाया गया है जो खाद्य सुरक्षा तथा सन्तुलित आहार के लिए महत्वपूर्ण है। इन पुस्तकों में प्रदान की गई जानकारी इन फलों के उत्पादन में वृद्धि कर किसानों की आय बढ़ाएंगी।
प्रथम पुस्तक गुआवा फार्मिंग इन हिली एरियाज़ डॉ. सोम देव शर्मा, डॉ. विकास कुमार शर्मा, डॉ. के.के. श्रीवास्तव तथा डॉ. शैलेन्द्र कुमार यादव द्वारा लिखी गई है। द्वितीय पुस्तक लीची फार्मिंग इन हिली एरियाज़ डॉ. सोम देव शर्मा तथा डॉ. विकास कुमार शर्मा द्वारा लिखी गई है। तीसरी पुस्तक आत्मनिर्भर इन एग्रीकल्चर-ग्राम स्वावलम्बन एण्ड सस्टेनेबल डवेल्पमेंट डॉ. सोम देव शर्मा, डॉ. विकास कुमार शर्मा तथा डॉ. आशुतोष द्वारा लिखी गई है।
इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरि राम भी उपस्थित थे।
ठाकुर ने दिव्यांग सुनील पथिक की पुस्तक आशाओं भरा सफर का विमोचन किया
सुनील पथिक द्वारा लिखित पुस्तक आशाओं भरा सफर का विमोचन किया।
श्री ठाकुर ने सुनील पथिक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद लेखक ने यह पुस्तक लिखी है, जो दिव्यांगजनों के लिए प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि सुनील पथिक ने यह साबित किया है कि व्यक्ति समर्पण तथा प्रतिबद्धता के साथ सभी चुनौतियों पर विजय पा सकता है।
इस अवसर पर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
ठाकुर ने मोबाइल डेंटल वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया
शिमला ,07मार्च (3आईन्यूज़ ) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने डेंटिस्ट डे के अवसर पर कल यहां ओक ओवर से मोबाइल डेंटल वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
श्री ठाकुर ने कहा कि 34.53 लाख रुपये की लागत की यह डेंटल वैन पाठशालाओं तथा प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में, जहां दंत चिकित्सा की सुविधाएं नहीं हैं, दंत चिकित्सा शिविरों का आयोजन करने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह डेंटल वैन दिव्यांगजनों को चिकित्सा प्रदान करने में भी सहायक सिद्ध होगी, जो चिकित्सा के लिए अस्पताल नहीं जा सकते।
उन्होंने कहा कि इस वैन में स्केलर, लाइट क्योर, कम्प्रेसर सेक्शन आदि से युक्त पूर्ण रूप से स्वचालित कुर्सी के साथ-साथ एक्स-रे सुविधा, जनरेटर, जल भण्डारण टैंक, जन सम्बोधन सेवा, वातानुकूलन सुविधा आदि भी है। उन्होंने कहा कि मोबाइल डेंटल वैन में दांत निकालने, फिलिंग, स्केलिंग, एक्स-रे, रोग निदान व उपचार, दर्द निवारण की सुविधा के साथ ही रोगियों में जागरूकता तथा उन्हें प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश पठानिया, प्रधानाचार्य दंत महाविद्यालय शिमला और अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
Sunday, March 6
राज्यपाल ने आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज के 210 छात्रों को डिग्री दीं
पटियाला ,06 मार्च (3आईन्यूज़) पंजाब के पटियाला में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज राजपुरा के 10वें दीक्षांत समारोह में 210 विद्यार्थियों को डिग्रियां दीं।
राज्यपाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को यह स्वयं निर्धारित करना होगा कि वे रोजगार ढंूढने वाले बनना चाहेंगे अथवा रोजगार प्रदाता बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में सीखने की प्रक्रिया कभी समाप्त नहीं होती, बल्कि आज का यह दिन विद्यार्थी जीवन के उपरान्त नए लक्ष्यों को प्राप्त करने की शुरुआत है। उन्होंने इस अवसर पर विद्यार्थियों से नेतृत्व क्षमता विकसित करने और अवसरों को परखकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा देश की अमूल्य संपत्ति हैं तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण कार्यों में आगे बढ़कर योगदान देना चाहिए। कोई भी राष्ट्र तभी विकसित हो सकता है, जब युवा ऊर्जा केन्द्रित, अनुशासित और विकासोन्मुखी हो। उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन, देशभक्ति, ईमानदारी और लगन जैसे मूल्यों को विकसित करने का आग्रह किया।
उन्होंने युवाओं को नवोन्मेषी विचारों के साथ आगे आने का आह्वान किया ताकि समाज को लाभान्वित किया जा सकेे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह डिग्री प्राप्त करने में बहुत से लोगों का योगदान रहता है और अब उन्हें इसका उपयोग समाज के लाभ के लिए करना चाहिए।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष डॉ. एम.पी. पुनिया ने कहा कि आज का आयोजन केवल दीक्षांत समारोह भर नहीं है, बल्कि जीवन में नई चुनौतियों का आरम्भ हैै। आज के छात्र राष्ट्र का भविष्य हैं और हमें उन्हें अपने चुनिंदा क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आगे बढ़ने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही रवैया अपनाना होगा। उनमें सीखने की प्रवृति होने के साथ ही रचनात्मकता और सामाजिक समस्याओं पर विचार भी करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को एक अच्छा नागरिक बनने और स्वयं तथा राष्ट्र के गौरव के लिए दिन-रात मेहनत करने की सलाह भी दी।
महाराजा रणजीत सिंह विश्वविद्यालय भटिंडा के कुलपति डॉ. बूटा सिंह ने आर्यन्स समूह प्रबन्धन को बधाई देते हुए कहा कि केवल 100 विद्यार्थियों और एक महाविद्यालय से उन्होंने यहां शुरूआत की और आज वे अभियांत्रिकी, विधि, प्रबन्धन, नर्सिंग, फार्मेसी, डिग्री, शिक्षा, पैरामैडिकल सहित 8 महाविद्यालयों के माध्यम से 4 हजार से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
सिरमौर - ट्रांस-गिरी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिलवाने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा मामला: जय राम ठाकुर
श्री ठाकुर ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के साथ लगते जौनसार क्षेत्र को पहले ही जनजातीय क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वे सिरमौर जिला के ट्रांस-गिरी क्षेत्र को जनजातीय दर्जा प्रदान करने का मामला एक बार पुनः केंद्रीय गृह मंत्री के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे न केवल इस क्षेत्र के विकास के लिए अतिरिक्त एवं विशेष बजट का प्रावधान सुनिश्चित होगा, बल्कि क्षेत्र के लोगों की चिरलंबित मांग भी पूरी होगी।
बजट प्रावधानों से किसानों की आय में बढ़ोतरी के साथ ही प्रशस्त होंगी खुशहाली की नई राहेंः वीरेन्द्र कंवर
उन्होंने कहा कि किसानों को बाजार से सीधा जोड़ने के लिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का गठन किया जा रहा है। आगामी वर्ष में 20 और एफपीओ गठित करने का प्रावधान किया गया है, जिनमें से 10 केवल प्राकृतिक कृषि पर आधारित होंगे। पराला मंडी को आदर्श मंडी के रूप में विकसित करने के लिए 60.93 करोड़ रुपये की लागत से 5 हजार मीट्रिक टन क्षमता का नया कोल्ड स्टोर स्थापित होने से उत्पादकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। जायका चरण-2 परियोजना में 13 मार्केट यार्डों को सुदृढ़ करने के लिए 31 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
हींग व केसर की प्रायोगिक खेती के उपरान्त अब प्रदेश में दाल-चीनी एवं मौंक फ्रूट की खेती पायलट आधार पर प्रारम्भ करने से कृषि क्षेत्र में विविधता आएगी। मक्की और गेहूं की उत्पादकता बढ़ाने तथा प्रदेश की पहाड़ी किस्मों के संवर्द्धन के लिए बीज उपदान के वर्तमान आवंटन को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये करने व अन्य फसलों के उत्तम बीज उपलब्ध करवाने के लिए 3 करोड़ रुपये की घोषणा से किसानों को और अधिक लाभ मिलेगा।
उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए 2022-23 के बजट में 583 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के इन प्रयासों से किसानों की आय में आशातीत बढ़ोतरी के साथ ही उनकी खुशहाली की नई राहें प्रशस्त होंगी।
श्री कंवर ने कहा कि गौवंश के संरक्षण के लिए कृतसंकल्प प्रदेश सरकार के प्रयासों से गौशालाओं तथा गौसदनों में गौवंश की संख्या 6 हजार से बढ़कर 20 हजार हो गई है। उन्होंने आगामी वित्त वर्ष में 5 बड़े गौ-अभयरण्यों एवं गौसदनों की स्थापना, हिमाचली पहाड़ी गाय के संरक्षण के लिए उत्कृष्ट फार्म स्थापित करने तथा गौसदनों में आश्रित गौवंश के लिए गोपाल व्यवस्था के अन्तर्गत अनुदान 500 से बढ़ाकर 700 रुपये करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत चार वर्षों में दुग्ध उत्पादन से जुड़े परिवारों के हितों की रक्षा के लिए दूध खरीद मूल्य में 7 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। इसे निरन्तरता प्रदान करते हुए आगामी बजट में भी 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ोतरी से दुग्ध उत्पादकों को उचित मूल्य मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि शिमला के दत्तनगर तथा मण्डी के चक्कर में प्रतिदिन 50 हजार लीटर क्षमता के दो मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट शुरू करने, पशुपालकों की सुविधा के लिए 44 मोबाइल वेटरनरी एम्बुलेंस चलाने के लिए 7 करोड़ रुपये तथा ग्रामीण बैकयार्ड भेड़ विकास योजना के अन्तर्गत 2 हजार भेड़ इकाइयां स्थापित करने के लिए 12 करोड़ रुपये के प्रावधान से पशुपालकों की आर्थिकी और सुदृढ़ होगी।